इन दो मैचों में नहीं खेले तो मिलेगा आराम का पर्याप्त समय
पहला टेस्ट 20 से 24 जून तक खेला जाएगा। अगर पहला टेस्ट पूरे पांच दिन भी चलता है तो बुमराह को 2 जुलाई से शुरू होने वाले टेस्ट में आराम के लिए एक सप्ताह मिलेगा, जो कि आराम और रिकवरी के लिए पर्याप्त होगा। इसके तीन दिन बाद ही तीसरा टेस्ट 10 जुलाई से लॉर्ड्स में खेला जाएगा, जिसमें उन्हें आराम का पर्याप्त समय नहीं मिलेगा। ऐसे बुमराह लॉर्ड्स टेस्ट से ब्रेक ले सकते हैं। इस मैच के साथ करीब दो सप्ताह के आराम के बाद वह 23 जुलाई से मैनचेस्टर में खेल सकते हैं और फिर 31 जुलाई से ओवल में खेले जाने वाले टेस्ट ब्रेक ले सकते हैं।
गौतम गंभीर लॉर्ड्स में इसलिए भी देना चाहेंगे बुमराह को ब्रेक
टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर जसप्रीत बुमराह को लॉर्ड्स टेस्ट में इसलिए भी ब्रेक देना पसंद करेंगे, क्योंकि यहां कि पिच पर शुरुआती दौर में ही तेज गेंदबाजों को मदद मिलती है। इसके बाद स्पिनरों का बोलबाला देखने को मिला है। ऐसे में यहां बुमराह को ब्रेक देकर एक स्पेशलिस्ट स्पिनर को आजमाया जा सकता है। यहां बाद में स्पिन गेंदबाजों का सामना करना आसान नहीं होता है। इसी वजह से यहां 2005 से लेकर अब चौथी पारी में 200+ का स्कोर सिर्फ दो बार चेज हो सका है। ऐसे में यहां बुमराह को आराम देना बनता है। हालांकि इसके बावजूद मौजूदा पिच की परिस्थिति का भी ध्यान रखना होगा।
केनिंग्टन ओवल में क्यों देना चाहिए आराम?
जसप्रीत बुमराह को लंदन के केनिंग्टन ओवल में खेले जाने वाले आखिरी आराम देना सही रहेगा, क्योंकि यहां की पिच पर नई गेंद से तेज गेंदबाजों को कुछ सीम मूवमेंट मिलती है। इसके बाद पूरे मैच में स्पिनर्स का ही बोलबाला रहता है। यहां कि पिच हमेशा से स्पिन गेंदबाजों की मददगार रही है। मैच जैसे आगे बढ़ता है, पिच से स्पिन गेंदबाजों को अधिक मदद मिलती रहती है। यहां समान उछाल गेंद के अच्छे से कैरी होने के चलते खूब रन भी बनते हैं। ऐसे में यहां बुमराह को आराम देकर स्पेशलिस्ट स्पिनर को खिलाना उचित रहेगा।
पहले, दूसरे और चौथे टेस्ट में मिलेंगी तेज पिचें
अब पहले, दूसरे और चौथे मैचों के वेन्यू पर मिलने वाली पिचों पर एक नजर डालते हैं। पहले टेस्ट से पहले लीड्स के पिच क्यूरेटर रॉबिन्सन ने साफ कर चुके हैं कि उनसे दिन चलने वाली पिच मांगी गई है। ऐसे में यहां काफी हरा-भरा विकेट मिलने वाला है। जहां तेज गेंदबाजी काफी प्रभावी हो सकते हैं।
वहीं, दूसरा टेस्ट बर्मिंघम के एजबेस्टन में खेला जाएगा। वहां भी काफी तेज पिच देखने को मिलने वाली है। इसी तरह चौथे टेस्ट में भी उछाल और स्विंग वाला विकेट मिलेगा। जहां तेज गेंदबाजों को मदद मिलेगी।
भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का शेड्यूल
पहला टेस्ट – 20 से 24 हेडिंग्ले, लीड्स दूसरा टेस्ट – 2 से 06 जुलाई एजबेस्टन, बर्मिंघम तीसरा टेस्ट – 10 से 14 जुलाई लॉर्ड्स, लंदन चौथा टेस्ट – 23 से 27 जुलाई एमिरेट्स ओल्ड ट्रैफर्ड, मैनचेस्टर पांचवां टेस्ट – 31 जुलाई – 04 अगस्त केनिंग्टन ओवल, लंदन