इस मुकाबले में
आंद्रे रसेल ने भी छक्कों की बारिश की और 22 गेंदों में अर्धशतक पूरा कर केकेआर के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए। जब राजस्थान बल्लेबाजी करने उतरी तो रियान पराग अकेले लड़ते नजर आए और 95 रन ठोक दिए। उन्होंने इस दौरान लगातार 6 छक्के भी मारे। राजस्थान रॉयल्स की आधी टीम 71 रन पर ढेर हो गई थी। हालांकि कप्तान रियान पराग ने हार नहीं मानी थी और मोईन अली के ओवर में 5 छक्के लगाकर टीम की उम्मीदें जगा दी।
रियान ने अकेले लड़ी लड़ाई
रियान जब बल्लेबाजी करने आए तो राजस्थान रॉयल्स 8 रन पर 2 विकेट गंवा चुकी थी। वैभव सूर्यवंशी 2 गेंद खेलकर आउट हो गए तो कुणाल सिंह का खाता भी नहीं खोला। यशस्वी जायसवाल के साथ मिलकर रियान ने पारी को आगे बढ़ाया। जायसवाल 34 रन बनाकर आउट हुए तो ध्रुव जुरेल और वनिंदु हसरंगा खाता भी नहीं खोल सके और 71 के स्कोर पर राजस्थान की टीम ने 5 विकेट गंवा दिए। इसके बाद शिमरन हेटमायर के साथ मिलकर टीम को 150 के पार तो पहुंचाया ही साथ ही जीत की उम्मीद जगा दी।
आखिरी ओवर में हुआ ड्रामा
16वें ओवर में हेटमायर आउट हुए तो 18वें ओवर में पराग शतक से चूक गए और 95 रन बनाकर पवेलियन लौटे। इसके बाद आखिरी ओवर में राजस्थान रॉयल्स को जीत के लिए 22 रन की दरकार थी। पहली गेंद पर जोफ्रा आर्चर ने 2 रन लिए। दूसरी गेंद पर एक रन आया। तीसरी गेंद पर शुभम दुबे ने छक्का मारकर फिर से राजस्थान की उम्मीदें जगा दी। चौथी गेंद पर चौका लगाकर केकेआर के फैंस की धड़कने तेज कर दी। 5वीं गेंद पर शुभम ने एक और छक्का लगाया। आखिरी गेंद पर जीत के लिए 3 रन चाहिए थे। वैभव अरोड़ा ने गेंद यॉर्कर लेंथ रकी और इस बार सिर्फ एक रन ही बन पाया और केकेआर ने रोमांचक मुकाबले में जीत दर्ज कर ली।