- 18 अंक सिर्फ 4 टीमों के पॉसिबल: गुजरात टाइटंस ने 10 विकेट से दिल्ली कैपिटल्स को हराया और अंक तालिका में पहले स्थान पर कब्जा कर लिया। टाइटंस ने 12 मैच खेले हैं और अब तक 18 अंक जुटा लिए हैं। उन्हें 2 मैच और खेलने हैं और अगर वे दोनों हार भी जाती है तो भी प्लेऑफ खेलना तय है।
- PBKS और RCB को नहीं छोड़ा जा सकता पीछा: उनके साथ पंजाब और बेंगलुरु की टीमों को भी अंतिम 4 में जगह मिल गई। PBKS और RCB के 17-17 अंक हैं और प्लेऑफ की रेस में शामिल सिर्फ 1 टीम 18 अंक तक पहुंच सकी है। यही वजह है कि अब पंजाब किंग्स और बेंगलुरु का भी प्लेऑफ में स्थान पक्का हो गया।
- RCB के पास टॉप पर जाने का मौका: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने भी 12 मैच खेले हैं और उनके 17 अंक हैं। उन्हें भी अभी 2 मैच और खेलने हैं और दोनों मैच जीत जाती है तो 21 अंकों तक पहुंच सकती है। बेंगलुरु के पास पहले क्वालीफायर के लिए क्वालीफाई करने का भी मौका है।
- PBKS के भी बचे हैं 2 मैच: पंजाब किंग्स ने भी 12 मैच खेले हैं और उनके भी 17 अंक हैं। किंग्स को भी 2 मैच और खेलने हैं और उसके पास भी टॉप 2 में जगह बनाने का मौका है। अगर मान के चलें कि तीनों टीमें अपने अपने आखिरी दोनों मुकाबले जीत लेती हैं तो टाइटंस पहले, बेंगलुरु दूसरे और पंजाब किंग्स तीसरे स्थान पर रहेगी।
- LSG रेस में लेकिन उम्मीद कम: लखनऊ सुपरजायंट्स के पास अभी मौका है लेकिन अगर वो अपने दो मैच गुजरात और बेंगलुरु से हार गई तो प्लेऑफ की रेस से बाहर हो जाएगी। लखनऊ ने 11 मैच खेले हैं और 5 जीते हैं। उनके 10 अंक हैं और वे ज्यादा से ज्यादा 16 अंक तक पहुंच सकती है। दिल्ली और मुंबई में से कोई भी टीम जैसे ही 16 या उससे ज्यादा अंक पर पहुंचेगी एलएसजी भी बाहर हो जाएगी।
DC vs MI के मुकाबले पर नजर
अब प्लेऑफ से पहले सबसे बड़ी लड़ाई दिल्ली कैपिटल्स और मुंबई इंडियंस के बीच देखने को मिलेगी। दोनों टीमों के पास प्लेऑफ में जगह बनाने का मौका है। दिल्ली के 13 और मुंबई के 14 अंक हैं। दोनों ने 12 -12 मैच खेले हैं और 5-5 गंवाए हैं। दिल्ली का न सिर्फ एक अंक कम है बल्कि नेट रनरेट भी मुंबई से खराब है। ऐसे में अगर दिल्ली को अंतिम 4 में जगह बनानी है तो उन्हें मुंबई और पंजाब को हराया होगा। मुंबई को भी दिल्ली और पंजाब से खेलना है। मतलब दोनों टीमों के पास एक जैसा मौका और सिचुएशन है। जो टीम यहां से बेहतर खेलेगी, वहीं प्लेऑफ में जाएगी।