दरअसल, मुंबई इंडियंस की पारी का 7वां ओवर स्पिन गेंदबाज़ जीशान अंसारी फेंक रहे थे। ओवर की पांचवीं गेंद पर मुंबई के बल्लेबाज़ रयान रिकेल्टन ने शॉट खेला, जो सीधे हैदराबाद के कप्तान पैट कमिंस के हाथों में चला गया। अंपायर ने रिकेल्टन को कैच आउट करार दिया और वे पवेलियन की ओर लौटने लगे।
हालांकि, तभी फोर्थ अंपायर ने वीडियो रीप्ले में पाया कि जब गेंद बल्ले से टकराई, तब विकेटकीपर हेनरिक क्लासेन के ग्लव्स स्टंप्स के आगे थे। नियम 27.3.1 के अनुसार, यदि विकेटकीपर स्टंप्स के सामने या सीध में गेंद को पकड़ता है, तो उसे नो-बॉल घोषित किया जाता है। भले ही गेंद क्लासेन के पास न आई हो, लेकिन उनके दस्ताने स्टंप्स से आगे थे, इसलिए इस गेंद को नो-बॉल करार दिया गया और रिकेल्टन को वापस बल्लेबाज़ी के लिए बुला लिया गया।
इस नियम के चलते रयान रिकेल्टन को जीवनदान मिला, हालांकि वे इसका ज्यादा फायदा नहीं उठा सके। उन्होंने कुल 10 रन और जोड़े और फिर हर्षल पटेल की गेंद पर ट्रैविस हेड के हाथों कैच आउट होकर पवेलियन लौट गए।
मैच की बात करें तो मुंबई इंडियंस ने इस रोमांचक मुकाबले को चार विकेट से अपने नाम कर लिया। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए सनराइजर्स हैदराबाद ने निर्धारित 20 ओवर में 5 विकेट पर 162 रन बनाए। जवाब में मुंबई इंडियंस ने 18.1 ओवर में 6 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया।