फिटनेस और फॉर्म पर सवाल
मोहम्मद शमी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जून 2023 में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के बाद से कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है। 2023 वनडे विश्व कप के दौरान लगी चोट और 2024 में हुई सर्जरी के कारण वह लंबे समय तक क्रिकेट से दूर रहे। इस साल की शुरुआत में उन्होंने टी20 और चैंपियंस ट्रॉफी के जरिए वापसी की, लेकिन उनकी लय पहले जैसी नहीं दिखी। आईपीएल 2025 में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए उनका प्रदर्शन भी औसत रहा। बीसीसीआई की मेडिकल टीम ने बताया है कि 34 वर्षीय शमी लंबे स्पैल गेंदबाजी करने में असमर्थ हो सकते हैं, जो टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड की परिस्थितियों में जरूरी है। बीसीसीआई सूत्रों के अनुसार चयनकर्ता फिट और लंबे स्पैल फेंकने वाले गेंदबाजों की तलाश में हैं। इंग्लैंड में टेस्ट मैचों में तेज गेंदबाजों से 10 ओवर से अधिक गेंदबाजी की उम्मीद होती है। शमी की मौजूदा स्थिति ऐसी है कि वो 10 ओवर से ज्यादा फेंकने असहज हैं। दूसरी ओर जसप्रीत बुमराह ने भी संकेत दिए हैं कि वह पांच में से केवल दो या तीन टेस्ट खेल सकते हैं। ऐसे में अर्शदीप सिंह और अंशुल कम्बोज जैसे युवा तेज गेंदबाजों को मौका मिल सकता है। अर्शदीप की स्विंग गेंदबाजी और काउंटी क्रिकेट का अनुभव उन्हें मजबूत दावेदार बनाता है, जबकि कम्बोज ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 74 विकेट लेकर अपनी क्षमता दिखाई है।