चमारी अथापथु को आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.2 का उल्लंघन करते पाया गया, जो कि अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान खिलाड़ी या प्लेयर सपोर्ट स्टाफ के क्रिकेट उपकरण या कपड़े, मैदान उपकरण और फिटिंग के दुरुपयोग” से संबंधित है। इसके अलावा चमारी अथापथु के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ दिया गया है। यह 24 महीने की अवधि में उनका पहला अपराध था।
यह घटना दक्षिण अफ्रीका की पारी के 32वें ओवर में घटी, जब एनेरी डर्कसेन की गेंद पर चौका लगने के बाद अथापथु ने अपना चश्मा उतारकर जमीन पर पटक दिया, जिससे वह कई टुकड़ों में टूट गया था। अथापट्टू ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया तथा आईसीसी अंतर्राष्ट्रीय मैच रेफरी पैनल के मिशेल परेरा द्वारा प्रस्तावित दंड को स्वीकार कर लिया, इसलिए औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं पड़ी।
मैदानी अंपायर अन्ना हैरिस और डेदुनु डी सिल्वा, तीसरे अंपायर लिंडन हैनिबल और चौथे अंपायर निमाली परेरा ने आरोप तय किए। लेवल-1 उल्लंघन के लिए न्यूनतम दंड आधिकारिक फटकार, अधिकतम दंड खिलाड़ी की मैच फीस का 50 प्रतिशत और एक या दो डिमेरिट अंक है। श्रीलंका ने मैच 76 रन से जीतकर रविवार को भारत के खिलाफ त्रिकोणीय सीरीज का फाइनल खेला।
फाइनल मुकाबले में भारत ने श्रीलंका को 97 रनों से हराकर खिताब जीता था। उसने श्रीलंका में महिला वनडे क्रिकेट का सर्वोच्च स्कोर (342/7) बनाया था, तथा स्मृति मंधाना के 116 रनों की बदौलत इस प्रारूप में अपना चौथा सर्वोच्च स्कोर बनाया था। जवाब में भारत ने श्रीलंका को 245 रन पर ढेर कर दिया। स्नेह राणा और अमनजोत कौर ने मिलकर सात विकेट लिए। स्मृति को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया, जबकि स्नेह को सीरीज में 15 विकेट लेने के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज का पुरस्कार मिला।