पुलिस सुरक्षा में घोड़ी पर सवार हुआ दूल्हा गांव में जातिगत भेदभाव के कारण अनुसूचित जाति के लोग घोड़ी पर बैठकर रछवाई नहीं निकाल पाते थे। प्रताप अहिरवार ने इस परंपरा को तोडऩे के लिए प्रशासन से मदद मांगी और एसडीएम को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर गुरुवार सुबह 11 बजे देहात थाना पुलिस गांव पहुंची। दोपहर 12 बजे प्रताप घोड़ी पर सवार हुआ और पुलिस की सुरक्षा में गांवभर में रछवाई निकाली गई। यह पूरी रस्म शांतिपूर्वक संपन्न हुई और इस दौरान किसी भी तरह की परेशानी नहीं हुई।
गांव में पहली बार हुई ऐसी रछवाई खैजराकलां में यह पहला मामला है जब किसी दलित दूल्हे की रछवाई पुलिस सुरक्षा में कराई गई। प्रशासन का कहना है कि भविष्य में भी किसी के साथ भेदभाव नहीं होने दिया जाएगा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। बता दें कि दूल्हे को पुलिस सुरक्षा की आवश्यकता इसलिए बनी, क्योंकि इससे पहले अनुसूचित जाति का कोई घोड़ी पर सवार हुआ, तो उसके साथ मारपीट की घटनाएं हो चुकीं थीं।