40 से अधिक हैं निजी एंबुलेंस
खास बात यह कि जिले में 40 से अधिक निजी एंबुलेंस और इससे अधिक एंबुलेंस सरकारी संचालित हैं। निजी एंबुलेंस के अलावा सरकारी एंबुलेंसों की हालत भी बदत्तर है। अधिकांश 108 इमरजेंसी एंबुलेंस की फिटनेस खराब है। जिससे आए दिन ये एंबुलेंस खराब हो जाती हैं, खड़ी हो जाती हैं, जिसका खामियाजा मरीजों और उनके परिजनों को भुगतना पड़ता है। इसके अलावा निजी एंबुलेंस भी अनेक जुगाड़ के सहारे चल रही हैं। बीते दिनों परिवहन विभाग ने कार्रवाई करते हुए ऐसे चार एंबुलेंस जब्त किए थे, जिनके फिटनेस और टैक्स तक नहीं मिले थे। परिवहन विभाग इन बिंदुओं पर करेगा काम
- सभी निजी, सरकारी एबुंलेंस की परिवहन की ²ष्टि में फिटनेस चैङ्क्षकग 15 दिन में करेंगे।
- ५ जून तक सभी की फिटनेस रिपोर्ट कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।
- जांच में नियमानुसार हर ङ्क्षबदु को रखा जाएगा।
- जो एंबुलेंस रोड पर नहीं है, उनके एंबुलेंस के रजिस्ट्रेशन निरस्त किए जाएंगे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को करना होगा यह काम
- आरटीओ को जिले में संचालित सभी एंबुलेंसों की सूची तत्काल देना होगा।
- सभी एंबुलेंस, निजी एंबुलेंस, जननी सुरक्षा एंबुलेंस, 108 एंबुलेंसों की चिकित्सा मापदंडों को चैक कराएंगे।
- एंबुलेंस वार रिपोर्ट 5 जून तक परिवहन अधिकारी को देना होंगे।
- कार्य में लापरवाही पर व्यक्तिगत लापरवाही मानी जाएगी।