Patrika Raksha Kavach: करीब 61 लाख रुपए की ठगी
पुलिस से मिली जानकारी अनुसार आवेदक भूपेंद्र तेलामी ने गीदम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उन्हें
वॉट्सऐप पर ‘द गुड गाईस इलेक्ट्रॉनिक कंपनी’ के नाम से वर्क फ्रॉम होम का ऑफर मिला, जिसमें प्रतिदिन 1200 से 6000 रुपए तक कमाई का दावा किया गया था।
प्रारंभ में उनके वॉलेट में 10,000 की राशि भेजी गई और डेमो के रूप में टेंडर ओपन करने का काम सौंपा गया। काम के सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद लाभ सहित राशि उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की गई, जिससे उन्हें विश्वास हो गया। इसके बाद उन्हें टेलीग्राम चैनल से जोड़ा गया और एक कथित फाइनेंशियल कंसल्टेंट से संपर्क करने को कहा गया। आरोपी लगातार अलग-अलग खातों में पैसे डलवाते रहे और इस तरह आवेदक से करीब 61 लाख रुपए की ठगी कर ली गई।
एसे पहुंचे आरोपियों तक
तकनीकी शाखा द्वारा प्रार्थी से विस्तृत पूछताछ की गई और बैंक लेनदेन की जानकारी जुटाई गई। साइबर फॉरेंसिक टूल्स के माध्यम से सभी संदिग्ध खातों का विश्लेषण किया गया। निरीक्षक नरेश सलाम के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसने अथक प्रयास कर राजस्थान से चार आरोपियों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की। आरोपियों से अब तक 5 लाख की राशि बरामद की गई है और 3 लाख से अधिक राशि होल्ड कराई गई है। चारों को न्यायालय दंतेवाड़ा में प्रस्तुत किया गया है। अन्य संलिप्त आरोपियों की तलाश में पुलिस टीमें अन्य राज्यों के लिए रवाना की जा रही हैं।
जनता से अपील
Patrika Raksha Kavach:
दंतेवाड़ा पुलिस द्वारा नियमित रूप से जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। मोबाइल फ्रॉड, ओटीपी, लिंक शेयरिंग और फर्जी जॉब ऑफर से बचने की अपील की जा रही है। कहा जा रहा है कि फ्रॉड की स्थिति में तत्काल साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर रिपोर्ट करें और नजदीकी थाना को सूचित करें।
गिरफ्तार आरोपी हैं…
पुलिस की सतर्कता और टीम का योगदान बीरम राम नायक (25) जोधपुर, शशुपाल उर्फ नेता (24), फलोदी पेम्पाराम (25), जोधपुर, जितेंद्र मैरोटा (25), जयपुर शामिल हैं। इस कार्रवाई में उप निरीक्षक रूपेश नारंग, रामकुमार श्याम, प्रधान आरक्षक राजकुमार सिंह, आरक्षक अभिजीत वेट्टी, गजेन्द्र ध्रुव, संतोष दिवान और भुनेश्वर नेताम का अहम योगदान रहा।