लोहाघाट डिविजन के अपर सहायक अभियंता जय प्रकाश की सेवा पुस्तिका कार्यालय की अलमारी से रहस्यमय ढंग से गायब हो गई। काफी खोजबीन के बाद जब फाइल नहीं मिली, तो कार्यालय के एक कथित आदेश के अनुसार सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को अपने-अपने घरों से दो मुट्ठी अक्षत (चावल) लाने को कहा गया है। इन चावलों को मंदिर में अर्पित कर देवी-देवताओं से समाधान की याचना की जाएगी।
यह आदेश अधिशासी अभियंता आशुतोष कुमार के हस्ताक्षर से 16 मई को जारी हुआ बताया गया है, जिसमें स्पष्ट रूप से 17 मई को चावल लाने और जय प्रकाश को सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। आदेश की भाषा और मंशा इतनी विचित्र है कि यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। लोग कह रहे हैं—”अगर चावल से फाइल मिल जाती, तो RTI की जरूरत ही क्यों पड़ती?”
क्या कहते हैं जिम्मेदार?
मामला वायरल होते ही अधिशासी अभियंता आशुतोष कुमार ने सफाई देते हुए कहा—”मेरी ओर से ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। यह आदेश फर्जी है और इसकी जांच कराई जाएगी।” उन्होंने माना कि सेवा पुस्तिका गुम होने की घटना सामने आई है, लेकिन इसे लेकर कोई दैवीय उपाय संबंधी आदेश उनकी जानकारी में नहीं है।
जानें आदेश में क्या लिखा है
फर्जी आदेश में लिखा गया है कि ‘कार्यालय में खोजबीन के बाद भी सेवा पुस्तिका न मिल पाना खेद का विषय है। संबंधित अधिकारी मानसिक रूप से काफी तनाव में हैं। अतः दैवीय आस्था के आधार पर सभी कर्मचारी अपने घर से दो मुट्ठी चावल लाएं, जो मंदिर में अर्पित किए जाएंगे। चावल वही देवता न्याय करेंगे।’ चटखारे ले रहा है सोशल मीडिया
इस आदेश को लेकर ट्विटर से लेकर फेसबुक तक चर्चाओं का बाजार गर्म है। कोई कह रहा है कि अब सरकार को ‘चावल खोज नीति’ बना लेनी चाहिए, तो कोई यह भी पूछ रहा है-‘क्या अगली बार छुट्टी की अर्जी भी पूजा-पाठ से मंजूर होगी?’