उदाहरण से समझाया
अच्छी भाषा का महत्त्व कोठारी ने सरस्वती का प्रभाव उदाहरण से बताया। पानी की दो सील बोतल अलग-अलग कमरे में रखें। एक कमरे में रोज 5 मिनट प्रार्थना करें, माला जपें। दूसरे कमरे में बोतल के सामने दूसरी भाषा का उपयोग कर सकते हैं। जिस बोतल के सामने मंत्र जाप किया, वह तीन महीने में केसरिया होने लगेगा, खुशबू आने लगेगी। उस पानी को हाथ नहीं लगाया बस मंत्र की ध्वनि गुजरी। दूसरी बोतल के पानी में हल्का कालापन होगा, दुर्गंध आने लगेगी। इससे समझेंगे कि अच्छी भाषा से जल में भी सुगंध आ जाती है।
हृदय की सरस्वती जगी तो संसार पास
इस अवसर पर गणाचार्यश्री पुष्पदंत सागर ने कहा, ज्ञान का अमृत पीना चाहते हैं तो मन में एक बात धारण अवश्य कर लें। आपका औचित्य है कि हम बड़े पद पर पहुंच जाएं। मैं सोचता हूं कि हमें पद नहीं चाहिए, जिस दिन हृदय की सरस्वती जाग जाएगी तो सारा संसार हमारे पास आ जाएगा।
अच्छी संगत में शुद्ध ध्वनि शरीर से गुजरेगी
हमने पढ़ा तीर्थंकरों के शरीर से खुशबू आती है। खुशबू आपके शरीर से भी आ सकती है। ध्वनि को नहीं रोक सकते पर अच्छी संगत में जितना रहेंगे उतनी शुद्ध ध्वनि शरीर से गुजरेगी। रक्त को पावन करेगी। आत्मा को निर्मल करती निकलेगी।