चुनाव के दौरान कार्यकर्ता समेलन, जनसंपर्क से लेकर महापौर बनने तक धमतरी में विकास की गंगा बहाने का वादा किया। पत्रिका से साक्षात्कार होने पर भी उन्होंने जनता के इच्छा अनुरूप विकास कराने की बात कही थी।
CG Election 2025: परिणाम का जनता को इंतजार
रामू रोहरा की जीत पर असल हस्ताक्षर मतदाता के हैं। 38665 मतदाताओं ने उन्हें महापौर चुना। फिलहाल अभी भाजपा में जश्न मनाने का दौर चल रहा है। हार-जीत के बीच
निकाय चुनाव संपन्न हो गया। असल परिणाम अभी आने बाकी है। ये परिणाम धमतरी शहर के जनता के हैं, जिसमें 20-25 वर्षों से लंबित मांग गोकुल नगर, ट्रांसपोर्ट नगर, हाइटेक बस स्टैंड, धूल-राखड़ से मुक्ति, स्मार्ट सिटी।
जिला अस्पताल का नया भवन, गोल बाजार जीर्णोंद्धार, जल आवर्धन योजना फेज-2, रेलवे प्रभावितों का पीएम आवास, सिटी बस सेवा, शहर में जलभराव की समस्या, गार्डन की संदरता, गार्डनों में बच्चों के लिए झूले आदि शामिल है। अब उक्त कार्य विकास के रूप में दिखना चाहिए। जीत के बाद महपौर रामू रोहरा ने रविवार सुबह कुछ वार्डों में भी निकले। दौरा कर लोगों से समस्याओं पर चर्चा की। असल परिणाम का जनता को इंतजार है।
ये अधूरे कार्य मुंह चिढ़ा रहे
धमतरी नगर निगम चुनाव में कांग्रेस का इस बार खराब प्रदर्शन रहा। कई वार्डो में तो कांग्रेस के प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रहे। मकेश्वर वार्ड में कांग्रेस प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रही। इन्हें 120 वोट ही मिले। आमापारा वार्ड में मीना बैगा नाग को मात्र 124 वोट मिले। रामपुर वार्ड में विक्रांत शर्मा तीसरे नंबर पर रहे। उन्हें 324 वोट मिले। मराठापारा वार्ड में
कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व पार्षद नीलू पवार को सिर्फ 220 वोट मिले। बनियापारा वार्ड में कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैयालाल सोनी को सबसे कम मात्र 64 वोट मिले। टिकरापारा में शांता तारक तीसरे नंबर पर रहीं। इन्हें 284 वोट मिले। रिसाईपारा पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी यश राजपूत तीसरे नंबर पर रहे। उन्हें 376 वोट मिले। सुभाष नगर वार्ड में भी कांग्रेस प्रत्याशी सुरेखा नाग को मात्र 93 वोट मिले।
8 वार्डों में निर्दलीयों से पिछड़ी कांग्रेस
भूतपूर्व महापौर अर्चना चौबे के कार्यकाल में ऑडिटोरियम निर्माण कार्य शुरू हुआ। डेढ साल में निर्माण कार्य पूरा होना था। 6 साल बीतने के बाद भी ऑडिटोरियम निर्माण पूरा नहीं हो सका। 3 कलेक्टर, 2 महापौर, 4 नगर निगम अयुक्त ने निर्माणधीन ऑडिटोरियम का निरीक्षण किया। ये निरीक्षण सिर्फ आदेश-निर्देश तक ही सिमटकर रह गया। ठेकेदार पर कोई असर नहीं हुआ। न ही अधिकारियों ने ठेकेदार पर कार्रवाई करना उचित समझा। यही हाल महिमा सागर वार्ड में 7 साल से बन रहे
पीएम आवास का है। रेलवे प्रभावितों के लिए यहां 73 क्वार्टर बन रहे। 7-8 साल से काम अधूरा है। 2 ठेकेदार भी बदल गए। रेलवे प्रभावितों के लिए 201 मकान की जरूरत है। जल आवर्धन फेज-2 का काम भी 3 साल से जारी है। यह काम भी पूरा नहीं हो सका। मुजगहन में सिवरेज प्लांट बनकर तैयार है। उद्घाटन अब तक नहीं हो सका है।
… लो ट्रिपल इंजन सरकार भी बन गई
केन्द्र, राज्य और धमतरी नगर निगम में भाजपा की सत्ता आ गई। भाजपा पार्षद सहित शहरवासी भी अब उमीद कर रहे कि ट्रिपल इंजन सरकार तेजी से
धमतरी शहर को विकास के शिखर तक ले जाएगी। शहर में चर्चा है कि धमतरी में अब विकास की उमीद हक बन गई है। विकास अभी नहीं तो कभी नहीं।
27 साल बाद भी नहीं लग पाया एक भी उद्योग
2019 में निगम में कांग्रेस की सत्ता आई। पहली बार जनता ने कांग्रेस को मौका दिया। प्रदेश में भी कांग्रेस की सरकार रही। जिले के कई नेता मुयमंत्री के करीबी थे। इसके वावजूद धमतरी शहर की एक भी बड़ी मांग पूरी नहीं हुई। नगरीय प्रशासन मंत्री 5 साल में एक बार भी धमतरी नहीं आए। कांग्रेस की ये सबसे कमजोरी रही। 2025 के निगम चुनाव में यही कमजोरी मुद्दा बन गया। परिणाम आज सबके सामने है।
सरकार होने के बावजूद पिछड़ गई कांग्रेस
धमतरी को जिला बने 27 साल हो गए। शहर में रोजगार के एक मात्र साधन राइस मिलें है। यहां भी गिनती के मजदूर रखे जाते हैं। रोजगार सृजन करनेे में धमतरी जिला पिछड़ते जा रहा है। हालत ये है कि धमतरी शहरी क्षेत्र के युवा रायपुर, दुर्ग सहित अन्य शहरों में काम के लिए जा रहे हैं। निर्वाचित जनप्रतिनिधि व सरकार की अनदेखी से अब तक एक भी उद्योग की स्थापना नहीं हो पाई। इसमें जनप्रतिनिधि व बडे़ अधिकारियों में दूरदर्शिता की कमी भारी पड़ रही है। जनता के मांग अनुरूप सड़क चौड़ीकरण, गोकुलनगर, स्मार्ट सिटी सहित अन्य जरूरी कार्यों को प्राथमिकता देंगे। सड़क चौड़ीकरण के लिए बजट में प्रस्ताव करेंगे। गोकुलनगर के लिए प्रयास शुरू हो गया है। जगदीश रामू रोहरा, महापौर धमतरी
कांग्रेस का जनाधार कम होने के पीछे सबसे बड़ा असर महतारी वंदन योजना का पड़ा है। कांग्रेस के निचली बस्ती के वोट कम हुए हैं। उनका झुकाव बदला है। जहां कांग्रेस कभी नहीं हारी वहां हार रही। शरद लोहाना, जिलाध्यक्ष कांग्रेस कमेटी