धार में जेई-कंप्यूटर ऑपरेटर 30 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए। फोटो- पत्रिका
MP News: मध्यप्रदेश में रिश्वतखोरी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। आए दिन कोई न कोई अधिकारी-कर्मचारी रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा जाता है। ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश के धार जिले से सामने आया है। जहां बिजली चोरी के मामले में राशि कम करने की एवज में रिश्वत ली गई।
दरअसल, शिकायतकर्ता अनिल पाटीदार के घर में 18 मई को लाइट गोल हो गई तो उन्होंने सिंघाना कार्यालय में किया। फोन नहीं लगने के कारण दूसरी जगह से केबल जोड़कर बिजली चालू कर ली। अगले दिन बिजली कंपनी के जेआई अनिल वास्केल और उनकी टीम ने मौके पर पहुंचकर 60 हजार रुपए का चालान काट दिया।
इसको लेकर आवेदक 21 मई को मीटर रीडर वासुदेव से मिला और चालान की राशि कम कराने के लिए बातचीत की। इसके बाद जेआई द्वारा चालानी कार्रवाई नहीं करने के लिए 40 हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई। जिसके बाद पीड़ित ने इसकी शिकायत लोकायुक्त में कर दी।
30 हजार की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने रंगे हाथों पकड़ा
शिकायत सही पाए जाने पर लोकायुक्त ने कार्रवाई करते हुए जेई अनिल वास्केल और कंप्यूटर ऑपरेटर गणेश इस्के को 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। साथ ही मीटर रीडर वासुदेव की तलाश में लोकायुक्त की जुटी हुई है। तीनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण की धारा 7 एवं धारा बीएनएस 61 (2) के तहत कार्रवाई जारी है।
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