UP: अंतरिक्ष की यात्रा पर जाएंगे उत्तर प्रदेश के रहने वाले ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ल, सीएम योगी ने दी बधाई
UP News: उत्तर प्रदेश के रहने वाले शुभांशु शुक्ल ने देश और प्रदेश को गौरव का क्षण दिया है। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ल का चयन स्पेस मिशन AXIOM के लिए हुआ है। सीएम योगी ने भी उन्हें बधाई दी है। आइये बताते हैं क्या है ये मिशन और सीएम योगी ने क्या कहा ?
UP Shubhanshu Shukla Success Story: उत्तर प्रदेश के लखनऊ के रहने वाले शंभु दयाल शुक्ल और आशा शुक्ल के बेटे शुभांशु शुक्ल का चयन AXIOM-4 मिशन के लिए हुआ है। ये मिशन अंतरिक्ष की यात्रा के लिए होता है। शुभांशु की ये उपलब्धि पर देश और प्रदेश के लिए गौरवांवित करने वाली है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें सोशल मीडिया पर बधाई दी है।
सीएम योगी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘X’ पर लिखा कि प्रभु श्रीराम की धरती से अंतरिक्ष की ओर! उत्तर प्रदेश के लाल, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ल को ऐतिहासिक Axiom-4 अंतरिक्ष मिशन के लिए चयनित होने पर हार्दिक शुभकामनाएं! वह अब इतिहास रचने जा रहे हैं—भारत के सपनों को लेकर अंतरिक्ष की यात्रा पर निकलेंगे। यह हर भारतीय और उत्तर प्रदेश के हर परिवार के लिए गर्व का क्षण है।
प्रभु श्रीराम की धरती से अंतरिक्ष की ओर! उत्तर प्रदेश के लाल, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ल को ऐतिहासिक #Axiom4 अंतरिक्ष मिशन के लिए चयनित होने पर हार्दिक शुभकामनाएं!
वह अब इतिहास रचने जा रहे हैं—भारत के सपनों को लेकर अंतरिक्ष की यात्रा पर निकलेंगे।
Axiom Mission 4 (Ax‑4) एक प्राइवेट स्पेसफ्लाइट है जो Axiom Space, SpaceX और NASA के साथ मिलकर की जा रही है। ये मिशन इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) की तरफ जाएगा। फ्लाइट की लॉन्चिंग 8 जून 2025 को दोपहर 1:11 बजे UTC (लोकल टाइम से सुबह 9:11 बजे) फ्लोरिडा के Kennedy Space Center के Launch Complex 39A से होने की उम्मीद है। मिशन करीब दो से तीन हफ्ते तक चलेगा। इसमें SpaceX का Falcon 9 Block 5 रॉकेट इस्तेमाल होगा जो Crew Dragon C213 को लो अर्थ ऑर्बिट में भेजेगा। ये C213 स्पेसक्राफ्ट की पहली उड़ान होगी, और ये पांचवां—और शायद आखिरी—Crew Dragon हो सकता है जो बनाया गया है।
इन देशों के लिए भी खास है ये मिशन
यह मिशन भारत, पोलैंड और हंगरी के लिए खास मायने रखता है, क्योंकि करीब 40 साल बाद इन तीनों देशों के पहले सरकारी अंतरिक्ष यात्री इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) की यात्रा पर जा रहे हैं। इस मिशन के दौरान 60 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोग किए जाएंगे, जो अंतरराष्ट्रीय सहयोग और अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ेंगे।
कौन हैं शुभांशु शुक्ल ?
शुभांशु शुक्ल के पिता का नाम पिता शंभू दयाल शुक्ला एक रिटायर्ड सरकारी अधिकारी हैं और मां आशा शुक्ला गृहिणी हैं। शुभांशु तीन भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं। शुभांशु की पत्नी डॉ. कामना डेंटिस्ट हैं। उनका एक चार साल का बेटा है।
NDA से स्नातक
शुभांशु शुक्ला, सिटी मॉन्टेसरी स्कूल लखनऊ के छात्र रह चुके हैं। उन्हें 1999 की करगिल युद्ध से इतनी प्रेरणा मिली कि उन्होंने खुद NDA की परीक्षा दी और पास की। फिर उन्होंने नेशनल डिफेंस एकेडमी से कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएशन किया और इंडियन एयर फोर्स में फाइटर पायलट बने। आज वो एक अनुभवी टेस्ट पायलट हैं जिनके पास करीब 2000 घंटे का उड़ान अनुभव है। उन्होंने Su-30 MKI, MiG-29, Jaguar, और An-32 जैसे कई लड़ाकू और ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट उड़ाए हैं।
2019 में ISRO के लिए चुने गए
2019 में ISRO और एयरफोर्स के इंस्टीट्यूट ऑफ एयरोस्पेस मेडिसिन (IAM) ने जब भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन के लिए एस्ट्रोनॉट्स की तलाश शुरू की, तब शुभांशु को भी चुना गया। रूस में यूरी गागरिन ट्रेनिंग सेंटर में उन्होंने ट्रेनिंग ली, और भारत लौटकर बेंगलुरु में एडवांस ट्रेनिंग पूरी की। साथ ही, उन्होंने IISc बेंगलुरु से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में M.Tech भी किया। 27 फरवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ISRO के विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर से भारत के पहले अंतरिक्ष यात्रियों की टीम के नामों की घोषणा की, जिसमें शुभांशु शुक्ला का नाम शामिल था।
Axiom Mission 4 जून 2025 में लॉन्च होगा और शुभांशु इसके पायलट होंगे। उनके साथ अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री पेगी व्हिटसन कमांडर के रूप में, पोलैंड के स्लावोश उज़नांस्की और हंगरी के टिबोर कापू मिशन स्पेशलिस्ट के रूप में होंगे। भारत के ही एक और अंतरिक्ष यात्री, प्रशांत नायर, इस मिशन के बैकअप क्रू हैं। सभी ने NASA के ह्यूस्टन स्थित जॉनसन स्पेस सेंटर में ट्रेनिंग ली है।
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