अब तक धौलपुर शहर में ऐसी कोई व्यवस्था मौजूद नहीं थी जिससे आमजन को आपातकालीन स्थिति जैसे प्राकृतिक आपदा, हवाई हमला, अग्निकांड या किसी अन्य बड़ी दुर्घटना के बारे में तुरंत सतर्क किया जा सके। लेकिन अब यह कमी पूरी हो गई है। 7 मई को आयोजित मॉक ड्रिल के दौरान भले ही ये सायरन मौजूद नहीं थे, लेकिन अभ्यास से यह स्पष्ट हो गया कि आपदा की स्थिति में एक केंद्रीकृत और प्रभावी चेतावनी प्रणाली का अभाव एक बड़ी चुनौती है। इसी के मद्देनजर जिला प्रशासन ने तुरंत निर्णय लेकर यह आधुनिक सायरन सिस्टम शुरू किया।
सायरन की विशेषताएं और लोकेशन धौलपुर में दो सायरन लगाए गए हैं। एक सायरन सिस्टम जिला कलक्ट्रेट परिसर में और दूसरा शहर के घनी आबादी वाले क्षेत्र निहालगंज थाना क्षेत्र में स्थापित किया गया है। प्रत्येक सायरन की श्रव्य रेंज लगभग 3.25 किलोमीटर हैए जिससे पूरा शहर लगभग कवर हो जाएगा। इनकी ध्वनि तेज, स्पष्ट और चेतावनी प्रकृति की है, जिससे किसी भी परिस्थिति में लोगों को सतर्क किया जा सकेगा।
आपदा प्रबंधन में बढ़ेगी तत्परता जिला कलक्टर श्रीनिधि बी टी ने बताया कि सायरन सिस्टम का उद्देश्य केवल सूचना देना नहींए बल्कि तत्काल प्रतिक्रिया को सक्षम बनाना है। जब सायरन बजेगाए तो प्रशासन, पुलिस, चिकित्सा और राहत दलों को सक्रिय होने में समय नहीं लगेगा। वहीं आमजन को भी यह संकेत मिलेगा कि उन्हें सावधानी बरतनी है और निर्देशों का पालन करना है।