उत्तर प्रदेश के जालौन के कुठौंद थाना क्षेत्र के टिकरी गांव निवासी कुसमा नाइन 1970 से 80 के बीच आतंक का पर्याय थी। जिनके ऊपर यूपी और एमपी में सरकार में इनाम घोषित किया था। 1984 में कुसुमा नाइन चर्चा में आई थी। जब 15 मल्लाहों को एक साथ गोली मार दी थी। इसके बाद उन्होंने रामाश्रय तिवारी उर्फ फक्कड़ बाबा के गैंग से जुड़कर कई घटनाओं को अनजान दिया।
सेवानिवृत्त आईएएस का अपहरण
1995 में सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हरदेव आदर्श का उस समय अपहरण कर लिया गया था। जब इटावा में अपने मिलने वाले के यहां आयोजित गृह प्रवेश में आए थे। 4 जनवरी 1995 को हुई घटना में 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई थी। फिरौती ना मिलने के कारण उनकी हत्या कर दी गई।
इटावा जिला कारागार में काट रहीं थी उम्र कैद की सजा
सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हरदेव आदर्श के अपहरण और हत्या के मामले में अदालत ने कुसमा नाइन और फक्कड़ बाबा को उम्र कैद की सजा सुनाई थी। इटावा जेल में ही पिछले 20 साल से उम्र कैद की सजा काट रही थी। किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज लखनऊ से कुसमा नाइन के शव को लेकर परिजन जालौन स्थिति कुरौली गांव चले गए। जहां उनका आज अंतिम संस्कार होगा। अंतिम संस्कार को देखते हुए गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।