CG News: गरियाबंद जिले के पुराना मंगल बाजार में रहने वाले अंशू राम सिन्हा (70) और उनकी बहु वीणा सिन्हा (34) का एक ही दिन निधन हो गया। दोनों 23 दिसंबर को एक भीषण हादसे में बुरी तरह झुलस गए थे। बताते हैं कि 23 की सुबह कड़ाके की ठंड थी। गोरसी की आग तेज करने के लिए ससुर अंशू लगातार कोशिशें कर रहे थे। आग ने जोर नहीं पकड़ा, तो उन्होंने अपनी बहू वीणा से केरोसिन का डिब्बा लाने कहा।
केरोसिन का डिब्बा गोरसी के ऊपर पलटते ही आग की लपटें तेज हो गईं और पूरा डिब्बा ही ब्लास्ट हो गया। इसकी चपेट में आकर ससुर-बहू 70 फीसदी तक जल गए थे। इलाज के लिए इन्हें राजधानी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 48 दिनों तक दोनों एक ही अस्पताल में साथ-साथ जिंदगी की जंग लड़ते रहे।
बताते हैं कि पहले बहू वीणा ने आखिरी सांसें ली। इसके एक घंटे बाद ससुर अंशू ने भी दम तोड़ दिया। बता दें कि अंशू गरियाबंद के जिला सहकारी बैंक में ब्रांच मैनेजर के पद से रिटायर हुए थे। शनिवार को जब दोनों की अर्थियां साथ उठी, तो इस नजारे को देखने वाले हर व्यक्ति कलेजा पसीज उठा। इस दुखद हादसे में लोकेश ने अपने पिता और पत्नी दोनों को गंवा दिया है। जिस तक भी यही बात पहुंची, उसकी संवेदनाएं लोकेश के साथ जुड़ती चली गईं। बड़ी संया में लोग उनके घर पहुंचकर उन्हें ढांढस बंधा रहे हैं।
विधि विधान से अंतिम संस्कार
गरियाबंद मुक्तिधाम में शनिवार को विधि-विधान से अंशु राम सिन्हा (70) और उनकी बहू वीणा सिन्हा (34) का अंतिम संस्कार किया गया। मौके पर बड़ी संख्या में रिश्तेदार और स्थानीय लोग मौजूद रहे।
Hindi News / Gariaband / CG News: एक साथ उठी ससुर-बहु की अर्थी, देखकर हर आंखे हुई नम, जानिए कैसा हुआ हादसा?