देवरिया में इलाज कराने पर नहीं हुआ फायदा, पहुंचे AIIMS गोरखपुर
देवरिया जिले के भाटपाररानी की 22 वर्षीय पूजा को तीन दिन पहले सांस लेने में दिक्कत हुई थी। थोड़ी देर बाद उसके शरीर ने काम करना बंद कर दिया। पिता उमाकांत प्रजापति ने बताया कि देवरिया के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।शनिवार सुबह बेटी को लेकर एम्स की इमरजेंसी में आया।
घंटों निवेदन के बाद शाम को किए भर्ती, तब तक स्थिति हो गई नाजुक
यहां कई बार मनोव्वल के बाद डाक्टरों ने शाम तकरीबन चार बजे बेटी को भर्ती किया। तब तक हालत और बिगड़ चुकी थी। डाक्टरों ने बेटी का कोई उपचार नहीं किया। जो भी डाक्टर आते थे, पर्चा में कुछ लिखकर चले जाते थे। उपचार के नाम पर ग्लूकोज की बोतल चढ़ा दी गई थी। बेटी की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ और शाम छह बजे हायर सेंटर ले जाने की बात कहते हुए बाहर कर दिया गया।
दो घंटे में ही कर दिया डिस्चार्ज, हॉयर सेंटर ले जाते समय मौत
पिता ने जब एंबुलेंस की मांग की उस पर भी किसी ने ध्यान नहीं दिया जबकि एम्स प्रशासन को दो एंबुलेंस मिली हैं और दोनों उस दौरान खड़ी थीं।इसके बाद पुलिस को सूचना दी। पुलिसकर्मियों को भी इमरजेंसी में नहीं जाने दिया जा रहा था। किसी तरह दोबारा अंदर किया गया लेकिन दस मिनट में फिर बाहर कर दिया गया। किसी तरह बाहर निकलकर एंबुलेंस किया और बिटिया को लेकर निकला पर रास्ते में ही उसका निधन हो गया।