क्या है पूरा मामला?
आरोन तहसील के ग्राम डगराई निवासी रामसिंह यादव ने अपनी जमीन के बंटवारे को लेकर एसडीएम महेश बमन्हा के पास अपील दायर की थी। किसान का आरोप है कि इस अपील को स्वीकार करने के लिए एसडीएम ने 50 हजार रुपए की मांग की थी, जो उन्होंने उनके बंगले पर जाकर दिए। इसके बावजूद एसडीएम ने उनके आवेदन को स्वीकार न करते हुए प्रकरण धारा 5 के तहत समाप्त कर दिया। किसान रामसिंह का यह भी कहना है कि इसी तरह के एक अन्य मामले में, कन्हैयाराम के आवेदन को 10 जनवरी 2025 को स्वीकार कर उनके पक्ष में आदेश पारित कर दिया गया था। किसान का आरोप है कि एसडीएम द्वारा उनके साथ भेदभाव किया गया और पैसे लेने के बावजूद उनके मामले को निरस्त कर दिया गया। रामसिंह के बेटे महेंद्र यादव ने इस पूरे मामले में एसडीएम से बातचीत की थी, जिसका कथित ऑडियो अब वायरल हो रहा है।
कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
मामला कलेक्टर किशोर कन्याल के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने एडीएम को इसकी जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर किशोर कन्याल का कहना है कि ‘यह मामला मेरे संज्ञान में आया है। इसकी जांच कर एडीएम से रिपोर्ट देने को कहा गया है।’वहीं, किसान के बेटे महेंद्र यादव ने कहा, ‘हमने जमीन बंटवारे के आवेदन के लिए एसडीएम को 50 हजार रुपए दिए थे। पैसा देने के बाद भी हमारा आवेदन निरस्त कर दिया गया। हमने कलेक्टर से एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।’अब यह देखना होगा कि जांच में क्या निष्कर्ष निकलते हैं और प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है।