scriptट्रेनें लेट होने से रेलवे की जेब खाली, एक करोड़ 46 लाख के टिकट पर करना पड़ा 32 लाख का रिफंड | Indian Railways pockets emptied due to train delays in February refund Rs 32 lakh on tickets | Patrika News
ग्वालियर

ट्रेनें लेट होने से रेलवे की जेब खाली, एक करोड़ 46 लाख के टिकट पर करना पड़ा 32 लाख का रिफंड

Indian Railway Refund: कुंभ मेला को लेकर परेशान हुए सबसे ज्यादा यात्री, फरवरी में ही ग्वालियर के तीन रिजर्वेशन ऑफिस से एक करोड़ 46 लाख से ज्यादा के यात्रियों के टिकट बने। इसमें से करीब 32 लाख को करना पड़ा रिफंड…

ग्वालियरMar 07, 2025 / 03:02 pm

Sanjana Kumar

Indian Railway Refund

Indian Railway Refund

Indian Railway Refund: फरवरी (February 2025) महीने में कुंभ मेला को लेकर देशभर के लोगों ने प्रयागराज पहुंचने के लिए ट्रेनों से यात्रा की। इसमें ग्वालियर से कुंभ के लिए चलने वाली ट्रेनें भी कम पड़ गईं थीं। इसे देखते हुए यात्रियों ने ग्वालियर के अलावा आसपास के क्षेत्रों से भी दूसरी ट्रेनों में रिजर्वेशन कराए, लेकिन भीड़ के चलते हजारों यात्रियों ने टिकट कैंसिल (Ticket Cancelled) भी कराए। इसमें रेलवे ने टिकट बनाने के बाद यात्रियों का रिफंड (Indian Railway Refund) भी लौटाया। फरवरी महीने में ही ग्वालियर के तीन रिजर्वेशन ऑफिस से एक करोड़ 46 लाख से ज्यादा के यात्रियों के टिकट बने। इसमें करीब 32 लाख से ज्यादा के रिफंड भी यात्रियों द्वारा कराए गए।


26529 यात्रियों ने बनवाए टिकट और 6356 यात्रियों ने लिया रिफंड


फरवरी महीने में रेलवे स्टेशन, कंपू और मुरार की रिजर्वेशन काउंटर से 26529 यात्रियों ने टिकट बुक कराए। इसमें ट्रेनों के लेट होने पर इन टिकट काउंटर पर 6356 यात्रियों ने टिकट का रिफंड लिया है।


प्रयागराज की ट्रेन बारह दिनों तक घंटों लेट


ग्वालियर से कुंभ के लिए कई दिनों तक दो से तीन स्पेशल ट्रेन बिना रिजर्वेशन के फुल चलाई गईं, लेकिन प्रयागराज के लिए चलने वाली बुंदेलखंड एक्सप्रेस से हजारों यात्रियों ने रिजर्वेशन काफी दिनों पहले ही करा लिया था, लेकिन यह ट्रेन फरवरी में ही बारह दिनों तक अपने निर्धारित समय से घंटों देरी से गई। इससे भी यात्रियों ने अपने टिकट को रद् कराकर रेलवे से रिफंड लिया है।


ऐसे बने टिकट

  • जगह – टिकट बने—– रिफंड
  • रेलवे स्टेशन- 95 लाख —– 23 लाख
  • कंपू रिजर्वेशन- 35 लाख —– 6 लाख
  • मुरार रिजर्वेशन- 16 लाख ——2 लाख

यह है रेलवे का नियम


अगर कोई भी ट्रेन अपने निर्धारित समय से तीन घंटे से ज्यादा लेट रहती है तो यात्रियों के रिफंड का पूरा पैसा वापस किया जाता है। वहीं तीन घंटे से पहले वाले एसी, स्लीपर कोच का अलग- अलग चार्ज काटने के बाद यात्री को शुल्क मिलता है।

Hindi News / Gwalior / ट्रेनें लेट होने से रेलवे की जेब खाली, एक करोड़ 46 लाख के टिकट पर करना पड़ा 32 लाख का रिफंड

ट्रेंडिंग वीडियो