रिहाई से पहले जेल में कैदी की संदिग्ध मौत
जिस कैदी की मौत हुई है उसका नाम मनोज यादव है। 28 साल का मनोज यादव पठारी कदीम गांव जिला महोबा उत्तर प्रदेश का रहने वाला था। दुष्कर्म और पोस्को एक्ट के मामले में उसे उत्तर प्रदेश में गिरफ्तार किया गया था और साल 2020 में उसे उत्तरप्रदेश की जेल से ग्वालियर की सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था। बताया जा रहा है कि बुधवार को ही कोर्ट ने कैदी मनोज की रिहाई के आदेश दिए थे लेकिन समय ज्यादा होने के कराण जेल प्रशासन ने उसके परिजन को गुरूवार सुबह आने के लिए कहा था। गुरूवार सुबह जब परिजन जेल पहुंचे तो उन्हें मनोज की मौत की सूचना मिली।
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हार्ट अटैक से मौत की संभावना
कैदी मनोज की मौत को लेकर उसके परिजन ने जेल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मनोज की बहन का आरोप है कि वो सुबह 6 बजे से जेल के बाहर आ गई थी। पहले जेल में तैनात पुलिसकर्मी ने कहा कि वो नहा रहा है फिर करीब दो घंटे बाद कहा कि उसकी मौत हो गई है। बहन का आरोप है कि जेल प्रबंधन ने ही हत्या की है । वहीं दूसरी तरफ जेल प्रबंधन का कहना है कि रात में तबीयत बिगड़ने के बाद मनोज को अस्पताल लेकर गए थे जहां देर रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। हार्ट अटैक से मनोज की मौत होने की संभावना है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।