सीपी कॉलोनी (मुरार) निवासी गुड कारोबारी राहुल गुप्ता के बेटे शिवाय (6) को अगवा करने वाले राहुल और बंटी गुर्जर के संदिग्ध शार्ट एनकाउंटर में पकड़े जाने के बाद अब कुछ ऐसी बातें सामने आ रही हैं जिन्हें सुनकर पुलिस भी हैरान है। पिछले तीन दिन में अपहरणकांड में नए चेहरे भी सामने आए हैं। इसमें राहुल गुर्जर (दूसरा) और भोला के अलावा जिगनी (मुरैना) के अलावा मोनू गुर्जर भी ग्वालियर पुलिस के रडार पर है। मोनू गुर्जर अपहरणकांड की अहम कड़ी बताया जा रहा है।
मोनू ही जानता था शिवाय के मामा को, साजिश में शामिल
शिवाय के मामा अरुण गोयल से मोनू के कारोबारी ताल्लुक और पुलिस की गोली से घायल अपहरणकर्ता राहुल गुर्जर का रिश्ता भी सामने आया है। पुलिस को इनपुट मिला है शिवाय को अगवा करने की साजिश में मोनू शामिल है। अरुण गोयल से नजदीकी होने की वजह से उसे शिवाय के परिवार की माली हालत की पूरी जानकारी थी। अपहरणकर्ताओं ने उसके इशारे पर ही सीपी कॉलोनी से शिवाय को अगवा करने की हिम्मत की। मुरैना पुलिस के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत की बात सामने आने पर ग्वालियर पुलिस अब ऐहतियात बरत रही है। ग्वालियर पुलिस का फोकस अब फरार मास्टरमाइंड राहुल गुर्जर और भोला गुर्जर पर है। उधर शिवाय के परिजन का सब्र टूट रहा है। उनकी चिंता है कि अपहरण के असली आरोपी तो पकड़ से बाहर ही हैं।
कहानी को सबूतों की कड़ियों से जोड़ रही है ग्वालियर पुलिस
पुलिस (MP Police) अधिकारियों का कहना है शिवाय अपहरणकांड में कई नए नाम सामने आए हैं। आरोपियों की भूमिका को समझने के लिए सबूत जुटाए जा रहे हैं। यह तो लगभग साफ हो चुका है कि शिवाय को अगवा करने में पेशेवर गैंग नहीं हैं। सनसनीखेज वारदात के पीछे की कहानी भी चौंकाने वाली सामने आएगी। इसलिए केस की जांच कर रही स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम से भी कहा गया है जल्दबाजी की जरूरत नहीं है। पहले सबूत जुटाओ फिर एक्शन लो।
फरार दो अपहरणकर्ताओं के ठिकाने पर पुलिस की नजर
आरती गुप्ता की आखों में मिर्ची झोंककर उनके मासूम बेटे शिवाय को राहुल गुर्जर (दूसरा) और भोला गुर्जर ही छीनकर भागे थे। जबकि दूसरी टीम में बंटी और राहुल गुर्जर ने वारदात से पहले रैकी की थी। इन दोनों को तो मुरैना पुलिस ने शार्ट एनकाउंटर में पकड़ना बताया है। लेकिन शिवाय को अगवा करने वाला राहुल और भोला गुर्जर गिरफ्त से बाहर हैं। इन दोनों के ठिकाने भी पुलिस की नजर में आ गए हैं।