ओबेसिटी क्या है? : What is Obesity?
ओबेसिटी, जिसे मोटापा भी कहा जाता है, शरीर में अत्यधिक वसा जमा होने की स्थिति को कहा जाता है। यह एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो कई अन्य बीमारियों जैसे हृदय रोग, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकती है। इसे सामान्यतः बॉडी मास इंडेक्स (BMI) के आधार पर मापा जाता है। अगर किसी व्यक्ति का BMI 30 या उससे ज्यादा है, तो उसे ओबेसिटी की श्रेणी में रखा जाता है।नकारात्मक विचार, स्वास्थ्य पर कैसे खतरनाक प्रभाव डाल सकते हैं, जानिए
पीएम मोदी ने क्यों दिया यह चैलेंज? : Why did PM Modi give this challenge?
प्रधानमंत्री मोदी ने ओबेसिटी को एक बड़ी चुनौती (Obesity Challenge) के रूप में देखा और देशवासियों से इसे मात देने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह समय है जब हम अपनी जीवनशैली में बदलाव लाकर स्वस्थ और फिट रहें। उन्होंने एक नई पहल की शुरुआत करते हुए हर भारतीय से एक चुनौती दी – ओबेसिटी के खिलाफ एकजुट होकर लड़ें और अपनी सेहत को प्राथमिकता दें।ओबेसिटी से होने वाली बीमारियां : diseases caused by obesity
ओबेसिटी के कारण कई गंभीर बीमारियां उत्पन्न हो सकती हैं: हृदय रोग: मोटापे के कारण दिल पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे हृदय रोग का खतरा बढ़ता है।डायबिटीज: मोटापा टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को बढ़ाता है।
हाई ब्लड प्रेशर: ओबेसिटी का संबंध उच्च रक्तचाप से भी होता है।
स्लीप एपनिया: यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति को सोते समय सांस लेने में दिक्कत होती है।
कैंसर: कुछ प्रकार के कैंसर, जैसे कोलोरेक्टल, ब्रेस्ट और किडनी कैंसर, ओबेसिटी से जुड़े हो सकते हैं।
ओबेसिटी से निपटने के उपाय : Obesity Prevention
- नियमित शारीरिक गतिविधि जैसे वॉकिंग, रनिंग, योग, और जिम करना ओबेसिटी को कम करने में मदद कर सकता है।
- एक हेल्दी, पौष्टिक और संतुलित आहार लेना बहुत जरूरी है। अधिक तली-भुनी चीजों से बचना और फलों, सब्जियों और प्रोटीन से भरपूर आहार लेना चाहिए।
- पर्याप्त पानी पीना भी वजन घटाने में मदद करता है।
- पर्याप्त और सही समय पर नींद लेना भी वजन पर असर डालता है। नींद की कमी मोटापे को बढ़ा सकती है।