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हिंद की हिंदी हैं पहचान, हिंदी से अस्तित्व हमारा…राजस्थान पत्रिका एवं संस्कार स्कूल की साझा मेजबानी में मनाया विश्व हिंदी दिवस

सिंघी ने कहा, एकता के सूत्र में पिरोने का काम कर रही हिंदी. हम हर भाषा का करें सम्मान

हुबलीJan 10, 2025 / 07:34 pm

ASHOK SINGH RAJPUROHIT

राजस्थान पत्रिका एवं संस्कार स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में विश्व हिंदी दिवस पर हुब्बल्ली (कर्नाटक) में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत पौधरोपण के साथ की गई।

राजस्थान पत्रिका एवं संस्कार स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में विश्व हिंदी दिवस पर हुब्बल्ली (कर्नाटक) में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत पौधरोपण के साथ की गई।

हिंदी केवल भाषा ही नहीं हमारी सांस्कृतिक धरोहर और हमारी समृद्ध परम्परा है। हमें हर भाषा के प्रति गर्व महसूस करने के साथ ही उसे सम्मान भी देना चाहिए। हिंदी तमाम देशों मेंं बसे भारतीयों को एकता के सूत्र में पिरोने का काम कर रही है। संस्कार सीबीएसई अंग्रेजी माध्यम स्कूल के संस्थापक अध्यक्ष महेन्द्र एच. सिंघी ने यह बात कही। वे शुक्रवार को विश्व हिंदी दिवस पर हुब्बल्ली (कर्नाटक) के संस्कार स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में अध्यक्षीय उद्बोधन दे रहे थे। राष्ट्रीय हिंदी दैनिक समाचार पत्र राजस्थान पत्रिका के हुब्बल्ली संस्करण एवं संस्कार सीबीएसई अंग्रेेजी माध्यम स्कूल की साझा मेजबानी में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि भाषा शैली एवं बोलने की कला मायने रखती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिंदी के जरिए समूचे विश्व में अलग छाप छोड़ी है। उनका प्रस्तुतिकरण वाकई बेहतरीन है।
कोठारी के लेखनी की सराहना
राजस्थान पत्रिका के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी के धर्म एवं दर्शन पर किए गए विशेष कार्यों का उल्लेख करते हुए सिंघी ने कहा कि कोठारी ने हिंदी भाषा के जरिए धर्म, आध्यात्म व दर्शन को सरल शब्दों में लोगों तक पहुंंचाने का महत्ती कार्य किया है। उनकी लेखनी मन को स्पंदित करने वाली है। भाषा का सरलपन एवं प्रवाहपूर्ण भाषा मन को छू जाती है। उन्होंने राजस्थान पत्रिका के माध्यम से दक्षिण भारत में हिंदी के विकास को लेकर किए जा रहे कार्य की सराहना की। हिंदी भाषा की प्रशंसा करते हुए सिंघी ने कहा कि किस तरह हिंदी में कहे गए शेरो-शायरी के जरिए हम दुश्मन को भी दोस्त बना लेते हैं। हिंदी दिल की गहराई तक उतरने वाली भाषा है।
विद्यार्थियों के लिए उपयोगी पत्रिका के आलेख
प्रारम्भ में राजस्थान पत्रिका हुब्बल्ली के संपादकीय प्रभारी अशोक सिंह राजपुरोहित ने विश्व हिंदी दिवस की महत्ता को प्रतिपादित करते हुए राजस्थान पत्रिका के माध्यम से हिंदी को बढ़ावा देने के प्रयासों की जानकारी दी। राजस्थान पत्रिका के सामाजिक सरोकारों के तहत विभिन्न रचनात्मक एवं सामाजिक कार्यों मेंं सहभागिता निभाई जा रही है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे पठन-पाठन में रूचि विकसित करने की ओर प्रवृत्त हों। राजस्थान पत्रिका में समय-समय पर प्रकाशित किए जाने वाले विभिन्न आलेख, संपादकीय, समाचार एवं अन्य जानकारियां विद्यार्थियों के लिए खासी उपयोगी साबित हो सकती है।
हिंदी भाषा की अहमियत
शिक्षिका मेघा एस. ने स्वागत भाषण दिया। शिक्षिका प्रियंका कंमार ने विश्व हिंदी दिवस पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हिंदी भाषा की अहमियत को वैश्विक स्तर तक पहुंचाने के लिए विश्व हिंदी दिवस की शुरुआत हुई। 10 जनवरी 2006 को तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पहली बार विश्व हिंदी दिवस घोषित किया। विश्व हिंंदी दिवस का मकसद यह भी है कि शिक्षा, साहित्य एवं कला के माध्यम से अन्य देशों में भी हिंदी को लोकप्रिय बनाया जा सके।
निबंध प्रतियोगिता
इस अवसर पर संस्कार स्कूल के सचिव सुधीर वोरा, प्रधानाचार्य नैना पी.सी. एवं उप प्रधानाचार्य अनु मसकरा भी मंच पर मौजूद थे। शिक्षिका सुषमा शिरोलकर एवं मेघा एस. ने कार्यक्रम का संचालन किया। शिक्षक प्रकाश के. ने धन्यवाद ज्ञापित किया।अतिथियों ने पौधरोपण कर कार्यक्रम की शुरुआत की। विद्यार्थियों ने हिंद की हिंदी हैं पहचान, हिंदी से अस्तित्व हमारा…को एक स्वर में वाचन किया। इससे पहले विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा धारवाड़ की ओर से आयोजित भाषण प्रतियोगिता में अव्वल रहने वाली संस्कार स्कूल की छात्राओं अद्विता सवदति एवं अनीका जायदे का भी सम्मान किया गया।

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