इसे लेकर क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं इंदौर संभाग द्वारा एक कार्यशाला का आयोजन भी किया गया। इसमें इंदौर जिले के सभी विभागों के अधिकारी शामिल हुए। कार्यशाला का उद्देश्य योजना की कार्यप्रणाली को लेकर जागरुकता बढ़ाना था। हेल्पलाइन से संबंधित सभी सेवाओं का सही उपयोग करने के लिए भी प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इंदौर जिले में 18 सरकारी और 67 निजी अस्पताल इस योजना के तहत पंजीकृत हैं।
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सीएमएचओ डॉ. बीएस सैत्या ने बताया इंदौर जिले को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुना गया है। इसके तहत आयुष्मान भारत निरामयम हेल्पलाइन (1800-233-2085) पर दी जाने वाली सेवाओं का विस्तार किया गया है। इस हेल्पलाइन के जरिए लाभार्थी अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में टेली कॉलर से संपर्क कर सकते हैं और उनका समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
यह सुविधाएं ले सकते हैं वरिष्ठ नागरिक
● स्वास्थ्य संबंधित समस्या की जानकारी- हितग्राही हेल्पलाइन पर कॉल करके अपनी स्वास्थ्य समस्या की जानकारी टेली कॉलर को देंगे। ● स्वास्थ्य संस्था में अपॉइंटमेंट- टेली कॉलर हितग्राही के लिए निकटतम स्वास्थ्य संस्थान में चिकित्सक से अपॉइंटमेंट ले कर उसे समयबद्ध जानकारी देंगे, जिससे वह निर्धारित समय पर चिकित्सक से परामर्श प्राप्त कर सकें। ● डिजिटल रिकॉर्ड – वरिष्ठ नागरिकों का आभा आइडी पंजीकरण किया जाएगा, जिससे उसका उपचार का डिजिटल रिकॉर्ड आसानी से संचारित किया जा सकेगा।