इस प्रस्ताव पर सीएम डॉ मोहन यादव की मंशा है कि मेट्रोपॉलिटन एरिया के गठन का प्रस्ताव जल्द तैयार किया जाएगा। इंदौर महानगर का काम सिंहस्थ के पहले पूरा हो जाएगा। दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर से कनेक्टिविटी को प्राथमिकता दी गई है ताकि व्यापार और उद्योग को स्थापित करने में नई गति मिल सके।
महानगर में शामिल होंगे 5 जिले
इंदौर मेट्रोपॉलिटन एरिया में इंदौर, देवास, उज्जैन, धार और शाजापुर को शामिल किया गया है। जिसका कुल क्षेत्रफल 9 हजार वर्ग किलोमीटर है। इस इलाके की आबादी 56 लाख के करीब होगी। इंदौर विकास प्राधिकरण को नोडल एजेंसी बनाया गया है। मेट्रोपॉलिटन एरिया का विकास चार चरणों में किया जाएगा। इसके साथ ही देवास, पीथमपुर, उज्जैन और बदनावर जैसे क्षेत्रों में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा मिलेगा। इंदौर, देवास और सहित दूसरे शहरों की मजबूत सड़क, रेल और हवाई मार्गों से जोड़ा जाएगा। जिससे सिंहस्थ में आने वाले श्रद्धालुओं को अच्छी कनेक्टिविटी मिल सके।
दरअसल, पहले चरण में इंसेप्शन का काम पूरा हो चुका है। यानी कि इसमें तय हो गया है कि महानगर का कुल कितना क्षेत्रफल होगा। साथ ही इसमें कौन-कौन से जिला, तहसील और गांव शामिल होंगे।