पिछले महीने इस सड़क से 25 बाधक निर्माणों को नगर निगम ने हटाया था। तब उसका विरोध भी हुआ था, लेकिन बाधक निर्माण के हटने और सड़क बनने के बाद इस हिस्से के ट्रैफिक में सुगमता आएगी। बता दें कि, पहले ये सड़क कहीं से 40 तो कहीं से 60 फीट ही चौड़ी थी। अब समान चौड़ाई में सड़क बनाई जा रही है। इस सड़क के बनने से गंगवाल बस स्टैंड से सरवटे बस स्टैंड की कनेक्टिविटी आसान होगी। अभी सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम की समस्या मध्य क्षेत्र में ही उत्पन्न होती है।
यह भी पढ़ें- पहलगाम आतंकी हमले के बाद पहला स्ट्रेटोस्फेरिक एयरशिप प्लेटफॉर्म का सफल परीक्षण, बढ़ेगी सेना की ताकत सीवरजे और नर्मदा लाइन बिछाने का काम शुरु
निर्माण कार्य में जुटे विभागीय अफसरों का कहना है कि, सड़क निर्माण से पहले सीवरजे और नर्मदा लाइन बिछाई जा रही है। साथ ही स्टार्म वाटर लाइन भी बिछेगी, ताकि भविष्य में सड़क खोदने की नौबत न आए। ये इलाका ढलान और ऊंचाई वाला है। यहां जलजमाव की समस्या न आए, इसलिए जल निकासी के लिए भी बड़े पाइप बिछाए जा रहे है।
3 साल में चमन होंगे इंदौर से उज्जैन तक ये मार्ग
इसके साथ ही शहर की अन्य मास्टर प्लान सड़कों का भी चौड़ीकरण कार्य किया जाएगा। 3 साल बाद उज्जैन में सिंहस्थ मेला होगा। इसे देखते हुए उज्जैन मार्ग से जुड़ने वाली एमआर-4 और एमआर-12 को प्राथमिकता के साथ बनाया जाएगा। एमआर-12 रोड इंदौर विकास प्राधिकरण बना रहा है।