कोड वर्ड में मिले नंबर
सूत्रों के मुताबिक आरक्षक(Indore Crime News) आरोपी लखन से पुलिस अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। उसके मोबाइल में कई ड्रग्स पैडलर्स के नंबर सेव मिले हैं। एक महिला ड्रग्स पैडलर का नंबर तो दीदी नाम से सेव मिलने की बात सामने आई है। बताया जा रह है ऐसे कई नंबर हैं। पूछताछ में करीब राज्य के ड्रग्स पैडलर्स की जानकारी भी मिली है। ये बात भी सामने आई कि ड्रग्स पैडलर्स से प्रतिमाह उगाही होती थी, जिसका हिस्सा कई पुलिसकर्मियों में बंटता था। इस कार्रवाई के चलते ही पुलिस की खुफिया सेल से लेकर कई विंग में हलचल मची है।लंबे समय से आरक्षक सर्विलांस पर था
एडिशनल पुलिस कमिशनर अमित सिंह ने बताया कि एसीपी आजाद नगर ने कार्रवाई की है। आरक्षक लखन गुप्ता(Police constable) की संलिप्तता मिली है। लंबे समय से आरक्षक हमारे सर्विलांस पर था। वरिष्ठ अधिकारी के स्पष्ट निर्देश थे कि जो भी स्टाफ एनडीपीएस की अवैध गतिविधियों में संलिप्त है उसे चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। उनके खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाए। आरोपियों ने भी नाम बताए हैं।कुछ माह पहले थाने में अभियान चलाया था। ये शपथ दिलाई गई थी कि कोई भी एनडीपीएस की अवैध गतिविधियों में संलिप्त नहीं होगा। यदि संलिप्त होगा तो कार्रवाई होगी। इसमें और भी नाम आए हैं जिन्हें चिन्हित किया जा रहा है। साक्ष्य एकत्रित करने के बाद विभागीय कार्रवाई की जाएगी। 45 दिन में बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी। बार से जुडे लोगों के नाम सामने आए हैं। उनकी संलिप्तता मिलने पर कार्रवाई होगी। जो आरक्षक पकड़ाया वो आजाद नगर में पदस्थ था। समन वारंट तामिली की कार्रवाई करते थे। ये पाया गया कि एनडीपीएस केस के जो आरोपी होते थे ये उनके समन की तामिली में पैसों की डिमांड करते थे।