CG News: चीतल का शिकार करने वाले शिकारी चढ़े पुलिस के हत्थे
बाकी पांच आरोपी फरार हैं।
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के डायरेक्टर चुड़ामणी सिंह ने बताया कि सोमवार की शाम राष्ट्रीय उद्यान के कोटमसर परिक्षेत्र में चीतल का शिकार कर उसके 22 किलो 700 ग्राम मांस को खाने व विक्रय किए जाने का मामला सामने आया। इसके बाद देर रात स्पेशल टास्क फोर्स के उडऩदस्ता टीम प्रभारी मनहर बघेल और पीतवास भारती के नेतृत्व में छापामार कार्रवाई करते हुए चीतल का शिकार करने वाले शिकारियों को रंगे हाथ पकड़ा गया।
पार्क क्षेत्र में है डियर पार्क यहीं का हो सकता है चीतल
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में डियर पार्क बनाया गया है जहां पर घायल हिरणों का इलाज व देखभाल किया जाता है। कांगेर नेशनल पार्क के अंदर बनाए गए डियर पार्क में घायल हिरण और अन्य जानवरों को स्वस्थ होते तक रखे जाते हैं जिसे बाद में जंगल में छोड़ दिया जाता है। लंबे समय बाद पार्क क्षेत्र में शिकार का मामला सामने आया है, माना जा रहा है कि ग्रामीणों द्वारा शिकार किया गया चीतल डियर पार्क का हो सकता है। 9 आरोपी कोटमसर और एक नागलसर का
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के डायरेक्टर चूड़ामणि सिंह के मुताबिक जंगल में चीतल के मांस पकाकर पार्टी मनाने के लिए कमलसाय, किशन, भूरसू, सामू, कोया, आशिष, दशमू, राजू, हरि और रामधर कुल 10 आरोपी कक्ष क्रमांक 86 में जुटे थे। वन विभाग की टीम को आता देखकर पांच आरोपी मौके पर अंधेरे का फायदा उठाकर भाग खड़े हुए जबकि पांच आरोपी पकड़े गए है।
इनमें 9 आरोपी कोटमसर और एक नागलसर गांव के निवासी बताए जा रहे हैं। गिरफ्तार सभी आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 2, धारा 9, धारा 27. धारा 29. धारा 39, धारा 50 एंव धारा 51 के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिए गए हैं। वहीं फरार अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
आधा मांस पका चुके थे शिकारी
बताया जा रहा है कि चीतल का शिकार कर पार्टी मनाने कोटमसर के समीप कुल 10 आरोपी जुटे थे। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर
वन विभाग की स्पेशल टीम कक्ष कमांक 85 और 86 में गश्त में दबिश दी। गश्त के दौरान कक्ष क्रमांक 86 में ग्रामीणों के द्वारा चीतल का शिकार कर उसे पका रहे थे। वहीं कुछ मांस बेचने की तैयारी में थे। बताया जा रहा है कि चीतल को मारने के बाद लगभग 22 किलो 700 ग्राम गोश्त निकाला गया था। आरोपियों द्वारा चीतल का आधा मांस पकाया जा चुका था।
आरोपियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
CG News: बस्तर, सीसीएफ आरसी दुग्गा: वन्य जीवों का शिकार करना गंभीर अपराध है। इसके अवैध शिकार और तस्करी करने वाले पर जेल और जुर्माने का प्रावधान है। राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में चीतल का शिकार करने वाले फरार सभी आरोपियों की तलाश की जा रही है। बहुत जल्द ही सभी फरार आरोपी पकड़े जाएंगे। मामला संगीन है सभी पर कड़ी कार्रवाई होगी।