CG News: जल संसाधन विभाग के घेराव की चेतावनी
हालांकि जितना पानी एनीकट से छोड़ा गया है, ऐसा प्रतीत नहीं होता है कि किसानों को इससे कोई खास राहत मिलेगी। क्योंकि प्रभावित स्थल तक पहुंचने से पहले ही अधिकांश पानी सूख जाएगा। गौरतलब है कि इंद्रावती नदी बचाओ संघर्ष समिति बस्तर द्वारा
जल संसाधन विभाग के घेराव की चेतावनी के बाद मंगलवार शाम को जिला प्रशासन की ओर से कलेक्टर के आस्था हॉल में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
किसानों ने प्रशासन पर दबाव बनाया था
CG News: इस बैठक में संघर्ष समिति के सदस्य, प्रशासनिक अधिकारी और किसान प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक में बनी सहमति, एनीकट खुलेगा आज बैठक में अपर कलेक्टर सी.पी. बघेल सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों और संघर्ष समिति के सदस्यों ने चर्चा की। सहमति बनने के बाद संघर्ष समिति ने घेराव स्थगित करने का निर्णय लिया।
किसानों का संघर्ष रंग लाया: इंद्रावती संघर्ष मोर्चा के नेतृत्व में किसानों ने लगातार
प्रशासन पर दबाव बनाया था। जल संकट से जूझ रहे किसानों ने पीएम और सीएम तक पत्र लिखकर अपनी समस्या रखी थी। इसके अलावा, जोरानाला और इंद्रावती नदी में श्रमदान कर किसानों ने अपनी मांग को मजबूती दी थी।