CG News: तालाब को दिया जाएगा नवजीवन
अब रामवीर तंवर छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक तालाब और जगदलपुर की धरोहर दलपत सागर को संवारने का जिमा लेने वाले हैं। दरअसल नगर निगम ने तंवर से तालाब पर काम करने के लिए संपर्क किया है। वे इस काम के लिए तैयार हो गए हैं और जल्द ही जगदलपुर आकर तालाब की दशा देखेंगे। महापौर संजय पांडेय ने बताया कि दलपत सागर को संरक्षित करने के लिए पूर्व में कई तरह के काम किए गए, लेकिन इस बार तालाब को नवजीवन देने की दिशा में काम किया जाएगा। तालाब से जलकुंभी को पूरी तरह से खत्म करने के लिए विस्तृत कार्य योजना बनाई जाएगी। तंवर इस काम में निगम के कंसलटेंट के रूप में काम करेंगे।
देश के अलग-अलग राज्यों में उनका काम पूरी तरह से सफल रहा है। अब वे
छत्तीसगढ़ में पहली बार किसी तालाब को बचाने का बीड़ा उठाने वाले हैं। दलपत सागर की मुख्य समस्या जलकुंभी है। तंवर ने जिन तालाबों पर काम किया है वहां भी जलकुंभी बड़ी समस्या रही है। उनके पास इससे निपटने का लंबा अनुभव है। इसलिए निगम ने उनसे इस काम के लिए संपर्क किया है।
पीएम मोदी ने तंवर की सराहना की, योगी ने समानित किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्टूबर 2021 में मन की बात कार्यक्रम के दौरान रामवीर तंवर के काम की सराहना की थी। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के मुयमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उनका समान किया है। ग्रेटर नोएडा के डाढा गांव के रामवीर तंवर तालाबों के साथ ही पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी काम कर रहे हैं।
शहरों में वनों की व्यवस्था करके एक मॉडल बनाया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, मध्य प्रदेश, दिल्ली, गुजरात और कर्नाटक जैसे राज्यों में तालाबों की सफाई और जीर्णोद्धार किया है। उन्हें ताइवान ने शाइनिंग वर्ल्ड प्रोटेक्शन अवार्ड भी दिया है।
तालाब को पूरी तरह से खाली करना पड़ सकता है
CG News: दलपत सागर से जलकुंभी के सफाए का अब एक ही रास्ता बचा हुआ है और वह है तालाब को पूरी तरह से खाली करना। ऐसा करने के बाद ही जलकुंभी को जड़ से खत्म किया जा सकेगा। पूर्व में कई वैज्ञानिकों ने निगम को इस संबंध में सुझाव भी दिया था, लेकिन तालाब को खाली करके उसे नवजीवन देने का काम नहीं हो पाया। अब बताया जा रहा है कि अगर रामवीर तंवर इस पर काम करते हैं तो वे वैज्ञानिक पद्धति का इस्तेमाल करते हुए ही तालाब को जलकुंभी मुक्त बनाएंगे।