CG News: पारंपरिक तरीके से दुल्हा-दुल्हन का स्वागत
महारानी का स्वागत करने के लिए एयरपोर्ट में बड़ी संख्या में शहरवासी मौजूद थे। राजमहल के लोगों ने यहां पर पारंपरिक तरीके से दुल्हा-दुल्हन का स्वागत किया। इसके बाद राजा-रानी
एयरपोर्ट के डीआरडीओ रेस्ट हाऊस में आराम करने के लिए रुके। देर शाम यहां से बग्गी पर सवार होकर दोनों शहर में निकले। इस दौरान भी विवाह से पूर्व निकली महाराजा की शाही सवारी जैसी आभा देखने को मिली।
राजा-रानी जहां बग्गी में सवार थे तो वहीं उनके आगे हाथी-घोड़े और ऊंट चले थे। साथ ही बस्तर के पारंपरिक गौर सिंग नतृक दल चल रहे थे। यह शाही यात्रा एयरपोर्ट से होते हुए शहीद पार्क, मेन रोड, गोल बाजार और मिताली चौक होते हुए दंतेश्वरी मंदिर के सामने पहुंची। सिंह द्वार पर राजा-रानी का स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में शहरवासी मौजूद थे।
आज राजबाड़ा और लालबाग में ग्रैड रिसेप्शन
CG News: शाही शादी के बाद आज राजबाड़ा और लालबाग में ग्रैंड रिसेप्शन की तैयारी की गई। वर-वधु को अपनी शुभकामनाएं देने के लिए शहर के गणमान्य के साथ ही देश-प्रदेश के वीआईपी जगदलपुर पहुंच रहे हैं। लालबाग मैदान में बस्तर के ग्रामीणों के लिए रिसेप्शन रखा गया है। वहीं राजबाड़ा में शहर की जनता के लिए रिसेप्शन है। दोनों ही जगहों पर 10 हजार से ज्यादा लोगों के पहुंचने का अनुमान है।
नागौद में शाही अंदाज में हुई शादी, सांसद-महापौर भी बने बाराती
मध्यप्रदेश के किला नागौद में गुरुवार को शाही अंदाज में महाराजा कमलचंद्र भंजदेव की वहां की राजकुमारी भुवनेश्वरी कुमारी के साथ शाही शादी संपन्न हुई। इस शादी में बाराती के रूप में बस्तर सांसद महेश कश्यप और महापौर संजय पांडेय भी मौजूद थे। इसके अलावा बस्तर से गए 200 से ज्यादा बाराती मौजूद रहे। सभी लोगों का वहां पर राजपरिवार ने शाही स्वागत किया। सभी को नागौद के खास व्यंजन परोसे गए। विवाह से लौटे महापौर संजय पांडेय ने एयरपोर्ट में मीडिया को बताया कि शादी यादगार रही। वहां पर हुआ स्वागत -सत्कार बेहद खास रहा। शाही शादी का कार्यक्रम नागौद किले में भी चार दिन चला। गणेश पूजन, मंगल गीत, मंडप कुल देवों का पूजन, विवाह के दिन द्वारपूजन एवं फेरे और विदाई परछन हिंदू रीति रिवाज अनुसार हुए। जिसके बाद 21 फरवरी सुबह 11 बजे राजकुमारी भुवनेश्वरी देवी की विदाई हुई। पूरा परिवार राजशादी पोशाक में रहा। सभी बाराती सुबह वापस लौटे।