युवती को ठग मुंबई
पुलिस बनकर कॉल कर रहे थे और उससे ठगी की तैयारी थी लेकिन युवती की सजगता की वजह से ठगी की बड़ी वारदात टल गई। घटनाक्रम के बीच युवती ने पूरे मामले से अपने पिता को अवगत करवाय और वह तत्काल साइबर थाने पहुंची। यहां उसे बताया गया कि वह डिजिटल अरेस्ट के जाल में फंसने वाली थी। इसके बाद उसने और पूरे परिवार ने राहत की सांस ली।
Patrika Raksha Kavach Abhiyan: अपराधियों तक पहुंचने जांच कर रहे
जगदलपुर साइबर थाना, निरीक्षक गौरव तिवारी: पुलिस इस मामले में मिले तकनीकी साक्ष्य और नंबर के आधार पर अपराधियों तक पहुंचने की कोशिश में जुट गई है।
मुंबई पुलिस की वर्दी में था ठग, कहा- हम आपको बचा लेंगे
युवती ने बताया कि बातों ही बातों में मुंबई पुलिस का अधिकारी बने व्यक्ति ने कहा कि प्रथम दृष्टया हमें लग रहा है कि इस मामले में आप बेकसूर हो और किसी अनजान लोगों द्वारा फंसाया जा रहा है। इसलिए हम जैसा कह रहे हैं वैसे करो। इसके बाद उक्त पुलिस अधिकारी द्वारा कहा गया कि अब जांच पूरा होने तक वीडियो कॉल डिस्कनेक्ट नहीं कर सकते। इस कॉल को काट देने पर मामले में आरोपी करार किए जाओगे। इस तरह डरा धमका कर उसे लगभग 1 घंटे तक वीडियो कॉल में उलझाए रखा। पूछताछ में बैंक बैलेंस और डिटेल मांगी गई। कहा गया कि नहीं बताओगे तो घर के सभी लोगों के बैंक एकाउंट सीज कर दिए जाएंगे। इस दौरान कहा गया कि हमारे पुलिस के अधिकारी आपके घर पर सादे वर्दी में नजर रखे हुए हैं। इतना सुनते ही उसके होश उड़ गए व वह उनकी बातों में आ गई।
कहा- आपके नंबर से गैरकानूनी गतिविधियां हो रही संचालित
Patrika Raksha Kavach Abhiyan: युवती ने बताया कि इस दौरान वह घबराई हुए थी लेकिन हिम्मत कर वह वीडियो कॉल कट कर दी और तत्काल अपने पिता को इसकी जानकारी दी। पिता ने अपनी बेटी के साथ तुरंत
सायबर पुलिस थाना पहुंच कर मामले की जानकारी दी और साइबर आरोपियों के फोन नंबर दर्ज कराया। इधर लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं।
युवती के अनुसार उसके पास एक अनजान नंबर से कॉल आया और कहा गया कि उसके नंबर से बहुत ही गैरकानूनी कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। इस नंबर के नाम से मनी लॉड़्रिंग के अलावा अंतर्राष्ट्रीय पार्सल मिला है जिसमें बहुत सारे जाली पासपोर्ट और एक ड्रग एमडी की पुड़िया भी मिली है। इस पार्सल के साथ संपर्क के लिए आपका मोबाइल नंबर मिला है।