बटवाड़ा ने कहा कि फुटपाथ किसी काम नहीं आ रहे हैं, बल्कि अतिक्रमण के लिए जगह बना दी गई। वहीं निगम आयुक्त ने कहा कि सर्वे करवाने के साथ इसकी ड्रॉइंग बनवा लेते हैं, सुगम राह के लिए समाधान होता है तो करने में कोई परेशानी नहीं है। उन्होंने ई-रिक्शा पाथ-वे बनाने के लिए एक से दो करोड़ रुपए का खर्चा होने की बात कही। हालांकि ट्रैफिक पुलिस के साथ चर्चा कर एक सप्ताह तक बैरिकेड्स लगा ई-रिक्शा चलाने पर सहमति बनी। अगर यह प्रयोग सफल रहा तो ई-रिक्शा पाथ-वे का काम शुरू होगा।
ये है तैयारी
निगम अधिकारियों की ओर से बरामदे के बाहर स्मार्ट सिटी के तहत बनाए करीब 6 फीट चौडे फुटपाथ को हटाकर बरामदों के नजदीक करीब 10 फीट चौड़ा ई-रिक्शा पाथ-वे बनाने की कवायद की जा रही है। आमजन व ट्रैफिक का फीडबैक सही आया तो चौड़ा रास्ता, चांदपोल बाजार में भी ई-रिक्शा पाथ-वे बनाने की तैयारी है। किशनपोल बाजार में यह पाथ-वे बनाने की कवायद भाजपा नेता चन्द्रमनोहर बटवाड़ा के प्रस्ताव पर शुरू की गई।
ये अड़चन भी…
जहां ई-रिक्शा पाथ-वे बनाने की तैयारी की जा रही है, वहां फुटपाथ पर दो मंदिर आ रहे हैं। वहीं स्मार्ट सिटी के तहत लगाईं बैंच और बिजली के डीपी बॉक्स आ रहे हैं। बाजार में पेड़ भी आ रहे हैं।