हाई अलर्ट पर जयपुर का कंट्रोल रूम, 3 शिफ्ट में लगी ड्यूटी, जारी हुए इमरजेंसी नंबर
Control Room Update: अतिरिक्त जिला कलक्टर संतोष कुमार मीणा ने बताया कि कंट्रोल रूम के सभी प्रभारी अधिकारियों को नियंत्रण कक्ष में समय से उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं। इस दौरान इनको पर्यवेक्षण का कार्य करने और उच्चाधिकारियों के साथ प्राप्त सूचनाओं के आदान-प्रदान करने के लिए निर्देशित किया गया है।
India-Pakistan Tension:जयपुर । भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव को लेकर जयपुर में मौजूद नागरिक सुरक्षा एवं आपदा राहत नियंत्रण कक्ष ( कंट्रोल रूम) को पूरी तरह से एक्टिव कर दिया गया है। कंट्रोल रूम में तीन शिफ्ट में प्रभारी अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है. साथ ही इनके कॉन्टैक्ट नंबर जारी किए गए हैं।
राजस्थान सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग की तरफ से जारी प्रेस रिपोर्ट में बताया गया है कि कंट्रोल रूम को पूरी तरह से एक्टिवेट कर दिया गया है। कंट्रोल रूम के दुरुस्त संचालन के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है। ऐसे में राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को कंट्रोल रूम का प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसको लेकर जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने आदेश जारी किए हैं।
प्रशासनिक सेवा के अधिकारी कंट्रोल रूम में तैनात
अतिरिक्त जिला कलक्टर संतोष कुमार मीणा ने बताया कि तीनों पालियों के लिए गठित टीमों का प्रभारी अधिकारी के रूप में राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने बताया कि पहली पारी ( सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक) चलेगी इस दौरान प्रभारी अधिकारी उपखंड अधिकारी जयपुर दक्षिण अरुण शर्मा रहेंगे। इस दौरान इनके (मोबाइल नंबर- 9928848960) पर सम्पर्क किया जा सकता है।
दूसरी और तीसरी पाली में ये अधिकारी तैनात
दूसरी पाली (दोपहर 2 बजे से रात 8 बजे तक) जारी रहेगी। इस दौरान प्रभारी अधिकारी उपखंड अधिकारी जयपुर उत्तर दीपक खटाना (मोबाइल नंबर-9882255365) तैनात रहेंगे। इसके अलावा तीसरी पाली में (रात 8 बजे तक से प्रातः 6 बजे तक) प्रभारी अधिकारी सहायक कलक्टर आमेर लक्ष्मीनारायण बुनकर को तैनात किया गया है। इमरजेंसी में (मोबाइल नंबर-8302775785 83027757855) पर कॉल किया जा सकता है।
ड्यूटी के समय कंट्रोल रूम में रहने के निर्देश
संतोष कुमार मीणा ने बताया कि समस्त पालियों के प्रभारी अधिकारियों को नियंत्रण कक्ष में समय से उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं। इस दौरान इनको पर्यवेक्षण का कार्य करने और उच्चाधिकारियों के साथ प्राप्त सूचनाओं के आदान-प्रदान करने के लिए निर्देशित किया गया है।