दरअसल, आज शाम 7 बजे टेंट सिटी-2 में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शिविर का उद्घाटन करेंगे। प्रशिक्षण 7 मई तक चलेगा, जिसमें राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के वक्ता मार्गदर्शन देंगे। सोमवार से केवड़िया में शुरू हुए तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में अब तक करीब 60 विधायक पहुंच चुके हैं। सुबह दोनों उपमुख्यमंत्रियों सहित 45 विधायक पहुंचे, जबकि शेष विधायकों के शाम 4 बजे तक पहुंचने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार, करीब 12 विधायक व्यक्तिगत और स्वास्थ्य कारणों से शिविर में शामिल नहीं होंगे। यह शिविर 7 मई तक चलेगा, जिसमें प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल भी हिस्सा लेंगे। शाम को हाई टी के दौरान प्रदेश प्रभारी विधायकों के साथ चर्चा करेंगे।
शिविर में विधायकों और सांसदों को सुशासन, विधायी कार्यों, जनता से संवाद, सरकारी योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन और क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करने की ट्रेनिंग दी जाएगी। विभिन्न सत्रों में विशेषज्ञ वक्ता विधायकों को उनके अधिकारों और दायित्वों के बारे में भी जानकारी देंगे।
सरकार मौज-मस्ती के लिए गुजरात में- गहलोत
इसको लेकर राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि भाजपा द्वारा हमारी सरकार गिराने का षड़यंत्र करने पर विधायकों को एकजुट रखने के लिए कुछ दिन होटल में रहना पड़ा जिससे भाजपा का कोई प्रलोभन काम न करे। अंतत: भाजपा के धनबल की हार हुई तथा सत्य की विजय हुई और हमारी सरकार चलती रही। परन्तु यह बेहद ही आश्चर्यजनक है कि आज से अगले कुछ दिनों तक राजस्थान के मुख्यमंत्री सहित पूरी सरकार और भाजपा विधायक दल समेत गुजरात में आलीशान टैंटनुमा रिजॉर्ट में प्रशिक्षण लेने के लिए जा रहा है। ऐसा पहली बार देखा जा रहा है जब सरकार बने डेढ़ साल हो जाने के बाद प्रशिक्षण दिया जा रहा है। क्या भाजपा हाईकमान को लगता है कि डेढ़ साल में राजस्थान की सरकार विफल हो चुकी है इसलिए प्रशिक्षण देने की आवश्यकता है?
अशोक गहलोत ने कहा कि इस प्रशिक्षण में ऐसा क्या होगा जो राजस्थान में नहीं किया जा सकता? जब हमारी सरकार के दौरान अंतरराष्ट्रीय आयोजन G-20 की बैठक जयपुर, उदयपुर आदि शहरों में हुईं थीं तो भाजपा के मुख्यमंत्री और विधायकों का प्रशिक्षण राजस्थान के बाहर करवाने की नौबत क्यों आई?
उन्होंने कहा कि जब राज्य की जनता बिगड़ चुकी कानून व्यवस्था, गर्मी में पानी और बिजली की कमी, चिकित्सा सुविधाओं के बंटाधार से त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रही है तब भाजपा की पूरी सरकार मौज-मस्ती के लिए गुजरात में है। राजस्थान की जनता इसे याद रखेगी।
जूली ने पूछा- कब तक सहेगा राजस्थान?
वहीं, विधानसभा में नेता विपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि यह कैसी विंडबना है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री, उनके मंत्रिमंडल और भाजपा के पूरे विधायक दल को गुजरात बुलाकर उन्हें शासन चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यानी डेढ़ साल तक अप्रशिक्षित सरकार राजस्थान को चला रही थी। अभी तक यह सुनने में आ रहा था कि अप्रत्यक्ष रूप से गुजरात से राजस्थान की सरकार चलाई जा रही है। अब प्रत्यक्ष रूप से ऐसा किया जा रहा है।
खैर, जब सरकार और उसके पूरे विधायक दल को गर्मी में बिजली, पानी और चिकित्सा सुविधाओं के इंतजाम में लगना चाहिए था तब वो नर्मदा नदी के किनारे टैंटनुमा घरों में मौज-मस्ती कर रहे हैं। ऐसी सरकार को कब तक सहेगा राजस्थान?