जयपुर के व्यापारी पर मुख्य आरोप
मामले में जयपुर निवासी पीयूष नौलखा मुख्य आरोपी बताया जा रहा है। आरोप है कि वह जयपुर में रहते हुए हांगकांग से एक कंपनी संचालित कर रहा था। पहले इस मामले की जांच कस्टम विभाग कर रहा था, लेकिन सोने और हीरे के अवैध इंपोर्ट से जुड़े आरोपों के बाद ED ने जांच अपने हाथ में ले ली। ED की यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत हो रही है। बताया जा रहा है कि विदेशों में करोड़ों के फंड ट्रांसफर और बेनामी कंपनियों को पैसे भेजने का मामला सामने आया है। साथ ही बहरोड़ में आशादीप की उपवन सोसायटी में आईटी की छापेमारी चल रही है।
कहां-कहां हो रही छापेमारी?
राजस्थान: जयपुर (3 ठिकाने), उदयपुर (2 ठिकाने), अजमेर (2 ठिकाने), महाराष्ट्र- मुंबई (2 ठिकाने), गुजरात- सूरत (1 ठिकाना), उत्तर प्रदेश- नोएडा (1 ठिकाना) सहित अन्य शहरों में भी कार्रवाई जारी है।
पहले भी हो चुकी हैं गिरफ्तारियां
इस मामले में पहले भी कई लोगों को जयपुर कस्टम विभाग गिरफ्तार कर चुका है। कुछ आरोपी अभी तक जेल से बाहर नहीं आ सके हैं। ED की इस कार्रवाई के बाद कई और बड़े नामों का खुलासा हो सकता है।
क्या है पूरा मामला?
सूत्रों के अनुसार, यह पूरा मामला अवैध रूप से विदेशों में करोड़ों रुपये भेजने से जुड़ा है। आरोप है कि पीयूष नौलखा और उसके सहयोगी बेनामी कंपनियों के माध्यम से करोड़ों रुपये का हवाला ट्रांजैक्शन कर रहे थे। कस्टम विभाग ने पहले इस पर कार्रवाई की थी, लेकिन सोने-हीरे के अवैध आयात की साजिश के सबूत मिलने के बाद अब ED ने कार्रवाई तेज कर दी है। बताते चलें कि ED-IT की रेड पूरी होने के बाद कुछ बड़े व्यापारियों और कंपनियों के नाम सामने आ सकते हैं। इनकम टैक्स विभाग, कस्टम विभाग और ED अब तक जब्त दस्तावेजों की जांच कर रही हैं। मामले में कई और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। हालांकि इस मामले में विस्तृत जानकारी आना अभी बाकि है।