मेयर सौम्या गुर्जर ने बताया कि पिछले दिन की तरह बुधवार को भी सदन में हंगामा हुआ, जिसके चलते जनविकास से जुड़े 245 प्रस्तावों पर चर्चा नहीं हो सकी। यह स्थिति तब है जब बैठक का उद्देश्य जनहित के मुद्दों पर चर्चा करना और महत्वपूर्ण प्रस्तावों को पारित करना था।
कांग्रेस-बीजेपी पार्षदों में तीखी झड़प
बैठक के दौरान कांग्रेस पार्षद राजेश गुर्जर एक प्रस्ताव पर चर्चा कर रहे थे। इसी बीच बीजेपी पार्षद लक्ष्मण रूनीवाल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्षद ने अपशब्दों का प्रयोग किया। यह आरोप लगाते हुए रूनीवाल अपनी सीट से उठे और कांग्रेस पार्षद की ओर बढ़े। इस दौरान दोनों पक्षों के पार्षदों के बीच तीखी बहस शुरू हो गई, जो जल्द ही हाथापाई तक पहुंच गई। हंगामे के बीच स्थिति नियंत्रण से बाहर होती देख मेयर ने सदन की कार्रवाई को स्थगित कर दिया।
सदन में अनुपस्थित रहे कई सदस्य
बताते चलें कि 150 सदस्यों वाले जयपुर ग्रेटर नगर निगम के सदन में बुधवार को मात्र 81 सदस्य उपस्थित थे। इनमें बीजेपी के 50, कांग्रेस के 20 और 10 निर्दलीय पार्षद शामिल थे। कई पार्षदों और निगम समितियों के अध्यक्ष भी इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल नहीं हुए। बता दे, साधारण सभा की बैठक से पहले भी नगर निगम में हंगामे और विरोध प्रदर्शन की कई घटनाएं हो चुकी हैं। इससे पहले 27 जनवरी को सफाई कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर नगर निगम कार्यालय के बाहर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनकारियों ने गेट पर कीचड़ और कचरा डालकर तोड़फोड़ की थी।