उन्होंने बताया कि राज्य के कुछ क्षेत्रों में उत्पादन कम होने से पंजीयन की संख्या कम रही है, जबकि कई इलाकों में बाजार भाव अधिक होने से किसान बड़ी संख्या में पंजीयन करवा रहे हैं। ऐसे में लक्ष्यों का पुनर्वितरण आवश्यक है।
राजफैड के एमडी मोहम्मद जुनैद ने बताया कि जिन क्रय केन्द्रों की पंजीयन क्षमता पहले ही पूरी हो चुकी है, उनकी क्षमता को दोगुना किया जाएगा। इसके अलावा 12 मई से नव स्वीकृत केन्द्रों को भी 100-100 किसानों के पंजीयन लक्ष्य दिए जाएंगे।
यह कदम सुनिश्चित करेगा कि भारत सरकार द्वारा निर्धारित खरीद लक्ष्यों की पूर्ति हो सके और राज्य के अधिक से अधिक किसान समर्थन मूल्य का लाभ उठा सकें।