स्थानीय निवासी जेपी यादव, भंवर चौधरी व शंकरलाल आदि ग्रामीणों ने बताया कि देर रात लालपुरा गांव में किसान के खेत में कच्चा आशियाना बनाकर यहां रहकर भेड़-बकरी पालन कर अपना परिवार चलाने वाले श्रवण गुर्जर निवासी कोरसीना-सरथला परिवार के साथ बाहर गया था। पीछे से अज्ञात कारणों से भीषण आग लग गई।
आग की लपटें देख स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाने का प्रयास किया लेकिन तभी रसोई गैस सिलेंडर तेज धमाके के साथ फट गया और टिनशेड उड़कर दूर जाकर गिरे। सूचना पर तहसील प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची। वहीं जयपुर से दमकल भी घटना स्थल पर पहुंची लेकिन इससे पहले ही आग में मवेशी जिंदा जल गए व सामान राख हो गया। पटवारी रामनिवास बूरी ने बताया कि आग से प्रथम दृष्टया 70 मवेशियों के जिन्दा जलने की आशंका है। हालांकि रात होने से मृत पशुओं की गणना नहीं हो पाई।
चार लाख की आर्थिक सहायता राशि एकत्र
कालवाड़ के लालपुरा में भीषण आग से सब कुछ खोने वाले परिवार को संबल देने के लिए देर रात तक स्थानीय और आस पास के ग्रामीणों ने आर्थिक सहायता राशि एकत्र की। स्थानीय निवासी भंवर चौधरी ने बताया कि रात पौने 10 बजे तक लोगों ने पीड़ित परिवार के लिए करीब 4 लाख रुपए की राशि एकत्र की वहीं सात मवेशी भी दिए गए। आग से सब-कुछ नष्ट होने की घटना को देखकर श्रवण गुर्जर के बच्चे घटना बेसुध हो गए और विलाप करने लगे। पशुपालक श्रवण गुर्जर भी सूचना पर अपने गांव से लालपुरा के लिए रवाना हो गया। घटना के बाद मौके पर बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए और पीड़ित परिवार को ढांढस बंधवाया।
आग की घटना से श्रवण गुर्जर का परिवार बेघर हो गया। स्थानीय भंवर चौधरी और जेपी यादव ने बताया कि पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद के लोग घटना स्थल पर ही आगे आए और परिवार के लिए आर्थिक सहायता राशि जुटाने लगे। इधर, कालवाड़ सरपंच त्रिवेंद्र सिंह राजावत और मंडा भोपावास सरपंच महेन्द्र यादव ने जिला प्रशासन को अवगत करवाकर पीड़ित परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता दिलवाने की मांग की।