सवाल यह है कि इसमें से कितने काम शुरू हो पाएंगे। क्योंकि अगले माह से मानसून शुरू हो जाएगा और उसके बाद आचार संहिता लग जाएगी। इसके अलावा बजट का संकट भी खड़ा होना तय है। विकास कार्य में पिछले वार्ड को अग्रणी बनाने के लिए निगम के पास पांच माह का ही समय है। वहीं, निगम अधिकारियों का कहना है कि टेंडर प्रक्रिया मानसून के दौरान पूरी कर ली जाएगी।
निगम मुख्यालय में महापौर सौम्या गुर्जर ने कहा कि काम समय से पूरा हो, इसके लिए नियमित रूप से प्रोग्रेस रिपोर्ट ली जाएगी। महापौर ने कहा कि जो वार्ड विकसित हैं, वहां पर अच्छी सड़क होने के बाद भी बनाई जाती हैं। यह पैसे की बर्बादी है, इसे रोका जाएगा। वहीं, रामनिवास बाग में प्रस्तावित स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स तीन माह में विकसित किया जाएगा।
…ऐसे खर्च होगा पैसा मद विकसित वार्ड अविकसित वार्ड नई सड़क 05————-20 अन्य निर्माण 20———-80 उद्यान निर्माण 10——-40 सीवर लाइन निर्माण 05———-20 सड़क, नाली रखरखाव-10———– 40 कुल -50 ——-200
(राशि लाख रुपए में है) सबसे ज्यादा अविकसित वार्ड झोटवाड़ा, कम मालवीय नगर में जोन वार्ड संख्या कुल वार्ड मुरलीपुरा एक से पांच – 05 झोटवाड़ा 44 से 51, 53, 56, 59, 60, और 63—-13
मानसरोवर 65 से 68, 71, 74 और 83—-07 सांगानेर 88, 91, 94, 96, 97, 98, और 99—-07 जगतपुरा 119 से 124—————–06 मालवीय नगर 143 और 144 —————–02