दक ने बताया कि भारत सरकार से प्राप्त स्वीकृति के अनुसार पूर्व में पंजीकरण करवा चुके किसान बढ़ी हुई अवधि में अपनी जिन्स का विक्रय कर सकेंगे। इसके अंतर्गत नये पंजीकरण नहीं होंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि समस्त पात्र किसानों से नियमानुसार तुलाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए जिससे मूंगफली विक्रय के इच्छुक किसान तुलाई से वंचित नहीं रहे। साथ ही, किसानों को तुलाई केन्द्रों पर कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए भी सभी प्रभारियों को निर्देशित किया गया है।
सहकारिता मंत्री ने बताया कि पूर्व में मूंगफली खरीद की अवधि 15 फरवरी तक निर्धारित थी। किसानों को अधिकाधिक लाभ पहुंचाने के लिए भारत सरकार से खरीद अवधि बढ़ाने का आग्रह किया गया था। दक ने बताया कि मूंगफली विक्रय के लिए 1 लाख 33 हजार 296 किसानों ने अपना पंजीकरण करवाया है, जिनमें से अब तक 85 हजार 506 किसानों से खरीद की गई है। उन्होंने बताया कि अब तक किसानों से 2058 करोड़ रुपये कीमत की 3.03 लाख मीट्रिक टन से अधिक मूंगफली की खरीद की जा चुकी है।