मौत का खूनी खेल रात करीब 8:15 बजे अजीत सिंह को फोन पर सूचना मिली कि उनके परिजनों पर जानलेवा हमला किया जा रहा है। जब वे घर पहुंचे तो देखा कि रामप्रताप, कपिल, सुनील, मनोज और उनके परिवार के अन्य सदस्य लाठी-डंडों और कुल्हाड़ियों से लैस होकर खड़े थे। जब उन्होंने समझाने की कोशिश की तो हमलावरों ने ताबड़तोड़ हमला कर दिया। इस हमले में उनके पिता विजय सिंह की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस का एक्शन, तीन गिरफ्तार घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीमराणा शालिनी राज के निर्देशन व पुलिस उप अधीक्षक वृत बहरोड कृतिका यादव के सुपरविजन में थानाधिकारी विक्रांत शर्मा के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। साइबर और फॉरेंसिक जांच के साथ-साथ सीसीटीवी फुटेज खंगालकर पुलिस ने 48 घंटे के भीतर तीनों मुख्य आरोपियों कपिल पुत्र विक्रम सिहँ यादव (25 वर्ष) निवासी हमीदपुर थाना बहरोड, रामप्रताप पुत्र महावीर यादव (50वर्ष ) निवासी हमीदपुर थाना बहरो़ड़ व मुकेश देवी पत्नि रामप्रताप यादव (47 वर्ष ) निवासी हमीदपुर थाना बहरोड़ को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस बाकी फरार आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है।