हालांकि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में भी कई नई पालिकाओं का गठन किया गया था, लेकिन अभी तक वहां न तो बोर्ड बनाने की प्रक्रिया हुई और न ही अपेक्षित संसाधन उपलब्ध कराए जा सके हैं।
इनका गठन किया, अब वित्तीय प्रबंधन की चिंता
झालावाड़ जिले में डग, मनोहर थाना, खानपुर, ब्यावर में रायपुर, करौली में सुरोठ, बालोतरा में समदड़ी, प्रतापगढ़ में अरनोद, झुंझुनूं में बुहाना व मलसीसर, भीलवाड़ा में बनेड़ा, चूरू में साहवा, जोधपुर में मथानिया, अजमेर में पीसांगन, धौलपुर में मनिया, सिरोही में मंडार, धौलपुर में सेपऊ, नागौर में रियांबड़ी, जयपुर में कानोता, कालाडेरा, खेजरोली नगर पालिका शामिल है। वहीं दूदू व अनूपगढ़ नगर परिषद को नगर पालिका बनाया जा चुका है।
इन 12 नगरपालिकाओं को किया रद्द
इसके बाद राज्य सरकार ने गहलोत सरकार में गठित 12 नगर पालिकाओं को फिर से ग्राम पंचायत में बदल दिया। हाईकोर्ट के आदेश के बाद पालिका गठन की अधिसूचना को वापस ले लिया गया। इन सभी नगर पालिकाओं का गठन जनजातीय उप योजना क्षेत्र में किया गया था। ऋषभदेव (उदयपुर), घाटोल (बांसवाड़ा), पोंख (झुंझुनू), रायपुर (भीलवाड़ा), जावाल (सिरोही) रानी (अलवर), खीरनी (सवाईमाधोपुर), लालगढ़ जाटान (श्रीगंगानगर), रामदेवरा (जैसलमेर), रानीवाड़ा (जालौर), सेमारी (सलूंबर), चावंड (सराड़ा)