वहीं, शिक्षा अधिकारी बैरंग लौट गए। विभाग की ओर से जब इन स्कूलों को नोटिस दिया गया तो उसका जवाब भी नहीं दे रहे हैं। अब विभाग की ओर से एक बार फिर रिमाइंडर नोटिस दिया जा रहा है। दरअसल, हर बार शिक्षा विभाग की ओर से निजी स्कूलों की जांच की जाती है, जिसमें खामियां सामने आती हैं। विभाग की ओर से निजी स्कूलों पर कार्रवाई की प्रक्रिया तो शुरू की जाती है, लेकिन अंजाम तक नहीं पहुंचाया जाता। इससे निजी स्कूलों की मनमानी बढ़ गई है।
हमने नोटिस दिया था, लेकिन स्कूलों ने जवाब नहीं दिया। वापस नोटिस भेजे जा रहे हैं। इसके बाद मान्यता निरस्त करने की प्रक्रिया पूरी करेंगे। –जगदीश मीणा, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक
सौ स्कूलों पर कार्रवाई आज तक नहीं
विभाग की ओर से गत वर्ष भी आरटीई में प्रवेश नहीं देने वाले स्कूलों की जांच की गई। जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से निजी सौ स्कूलों को नोटिस जारी किए गए। नोटिस का जवाब नहीं आने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने सौ स्कूलों की मान्यता निरस्त करने का प्रस्ताव शिक्षा विभाग के पास पहुंचाया लेकिन आज तक प्रस्ताव पर कार्रवाई नहीं हुई।