दरअसल कृष्ण गुर्जर और सीआरपीएफ की पूरी टीम छत्तीसगढ़ के बीजापुर और तेलंगाना के मुलुगू जिले की सीमा पर स्थित करेंगुट्टा पहाड़ियों में नक्सलियों से लोहा लेने पहुंची थी। अपने तीन सप्ताह के अभियान के दौरान टीम ने अलग-अलग इलाकों में 31 नक्सलियों को ढेर किया। इन पर करीब पौने दो करोड़ रुपए का इनाम था। पूरे ऑपरेशन को अंजाम देने के बाद जब टीम दस मई को वापस लौट रही थी तो इस दौरान एक हादसा हुआ। कुछ जवान आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आ गए। जिनमें सबसे गंभीर घायल कृष्ण गुर्जर हुए। पैर का बड़ा हिस्सा वहीं पर अलग हो गया।
उसके बाद कुछ अन्य साथी भी घायल हुए। सभी को जल्द से जल्द दिल्ली लाया गया और यहां एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। जवानों का इलाज जारी है। इस बीच दो दिन पहले उनसे मिलने के लिए होम मिनिस्टर अमित शाह पहुंचे। जवानों के जज्बे को देखकर वे भी दंग रह गए। जवानों से बातचीत करने के बाद उनकी कुशलक्षेम की जानकारी ली। डॉक्टर्स की टीम से भी बातचीत की। इस दौरान राजस्थान निवासी कृष्ण गुर्जर से भी बातचीत हुई। कृष्ण थम्सअप करते हुए नजर आए।