योजना के अनुसार, 11वीं और 12वीं कक्षा की छात्राओं को 15 हजार रुपए प्रति वर्ष मिलेंगे। कृषि स्नातक में उद्यानिकी, डेयरी, कृषि अभियांत्रिकी और खाद्य प्रसंस्करण में पढ़ने वाली छात्राओं को 25 हजार रुपए प्रति वर्ष दिए जाएंगे। इसके चलते छात्राओं का रुझान कृषि संकाय की और तेजी से बढ़ने लगा है।
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक ने क्या बताया
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक विनोद कुमार जैन ने बताया कि राज्य सरकार एमएससी कृषि की छात्राओं को दो साल के लिए 25 हजार रुपए प्रति वर्ष की राशि देगी। पीएचडी करने वाली छात्राओं को तीन साल तक 40 हजार रुपए प्रति वर्ष की प्रोत्साहन राशि मिलेगी। इस योजना का लाभ लेने के लिए छात्राओं को राजस्थान का मूल निवासी होना आवश्यक है।
साथ ही उन्हें राजकीय या राज्य सरकार की ओर से मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ाई करनी होगी। आवेदन के लिए पिछले वर्ष की अंकतालिका जमा करनी होगी। इसके लिए राज किसान साथी पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन पत्र मांगे गए हैं।
ये प्रमाण पत्र देने जरूरी
विनोद कुमार जैन ने बताया कि छात्रवृत्ति के लिए छात्राएं स्वयं की एसएसओ आईडी से राज किसान साथी पोर्टल पर संबंधित स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय में अध्ययन होने के प्रमाण पत्र के साथ ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं। आवेदन के समय छात्रा को अपनी अंकतालिका एवं राजस्थान के मूल निवासी होने का प्रमाण पत्र देना होगा।
छात्रा जिस कक्षा में अध्ययनरत कर रही हैं, उसके लिए संस्था प्रधान की ओर से राज किसान पोर्टल पर कृषि संकाय वाले राजकीय एवं मान्यता प्राप्त विद्यालय में छात्रा अध्ययन होने का प्रमाण पत्र देना होगा।