जयपुर की लालकोठी पुलिस ने इस मामले में वसीम, शाहलीन, मनीष, विक्रम, जुनैद और अशरफ को अरेस्ट किया है। इनमें से विक्रम नाम के व्यक्ति ने सौ नंबर पर कॉल कर डिप्टी सीएम को मारने की धमकी दी थी। उसके पीछे जो वजह आई वह बेहद ही चौकाने थी। इस बारे में विक्रम से पूछताछ के बाद पुलिस ने जानकारी दी कि जेल की बैरक नंबर नौ में कई बड़े बदमाशों के पास मोबाइल फोन है। इन फोन के जरिए गुप्त रूप से बाहरी लोगों से बात कराई जाती है।
बताया जा रहा है कि एक मिनट की एक कॉल के ये बदमाश सौ रुपए तक वसूल करते हैं। विक्रम ने पुलिस को बताया कि उस पर करीब तीन लाख रुपए का कर्ज जेल में ही हो गया था। वह पैसा देने की हालत में नहीं था। इस कारण उसे रोज टॉर्चर किया जाता था। उसे पता था कि अगर वह जेल से कोई बड़ा कांड करता है तो उसकी जेल बदल दी जाएगी। इसलिए उसने जेल से सौ नंबर पर कॉल कर दिया और सीधे डिप्टी सीएम को ही मारने की धमकी दे दी। लालकोठी पुलिस सभी से पूछताछ कर रही है। गौरतलब है कि जेल में मोबाइल फोन पूरी तरह से बैन है। लेकिन जेल प्रहरी और अन्य माध्यमों से चोरी छुपे मोबाइल फोन जेल के अंदर पहुंच जाते हैं और उसके बाद बड़े बदमाश फोन पर बात कराने के नाम पर मोटी रकम वसूल करते हैं।