1. सालासर बालाजी (चूरू)
यहां मूंछ और दाढ़ी वाले हनुमान जी की दुर्लभ मूर्ति है। भक्त नारियल चढ़ाकर अपनी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
2. मेहंदीपुर बालाजी (दौसा)

भूत-प्रेत बाधा और तंत्र दोष से मुक्ति पाने के लिए यह मंदिर पूरे भारत में प्रसिद्ध है।
3. मोती डूंगरी बालाजी (जयपुर)
जयपुर शहर के बीचों-बीच स्थित यह मंदिर हर मंगलवार हजारों श्रद्धालुओं से गुलजार रहता है।
4. बग्गड़ बालाजी (सीकर)
सिंहासन पर विराजमान राजसी रूप में बालाजी, मानसिक शांति के लिए प्रसिद्ध।
5. कनकधारा बालाजी (भीलवाड़ा)
पहाड़ी पर बसे इस मंदिर से पूरा शहर दिखता है। यहां आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव होता है। 6. काले हनुमान जी (जयपुर वॉल सिटी)
बुरी नजर से बच्चों की रक्षा के लिए खास पूजा होती है और कलावे बांटे जाते हैं।7. पांडुपोल बालाजी (अलवर)
महाभारत काल से जुड़ा मंदिर, जहां भीम का अहंकार बालाजी ने तोड़ा था।
8. खोले के बालाजी (जयपुर)
300 साल पुरानी मूर्ति चट्टान से उकेरी गई थी, अब विशाल मंदिर का रूप ले चुकी है।
9 वीर हनुमान, सामोद (जयपुर)

करीब 600 साल पुराना मंदिर, 1100 सीढ़ियां चढ़कर मिलते हैं चमत्कारी दर्शन।