कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कांग्रेस सेवादल की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि ‘सत्ता आने से पहले बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में लिखा था कि हम पारदर्शी स्थानांतरण नीति बनाएंगे। वो भी 5 साल में नहीं 100 दिन में बना देंगे। 100 दिन से भी ज्यादा हो गए, वो पारदर्शी स्थानांतरण नीति तो बनी नहीं।
‘कर्मचारी आज भी रो रहा है’
उन्होंने आगे कहा कि ‘उठाओ, पकड़ो लाओ… पर्ची कटवाओ, एक-एक कर्मचारी की तीन-तीन जगह पर्ची कट गई। कर्मचारी आज भी रो रहा है कि मेरा क्या होगा। मेरा ट्रांसफर हुआ कि नहीं हुआ, मेरे जो जमा पूंजी ली गई, उसका क्या होगा और वो कौन देगा।’
राजनीतिक द्वेषता का लगाया आरोप
डोटासरा ने कहा कि ‘एक अलग ही भवन बना हुआ है उसमें से पर्ची आती है और राजनीतिक द्वेषता से जो कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास रखता है और जो कांग्रेस को वोट देता है, उसे प्रताड़ित करने का काम भारतीय जनता पार्टी की ये सरकार कर रही है।’ अंतिम तिथि के बाद भी होते रहे ट्रांसफर
तबादलों की अंतिम तिथि पूरी होने के बावजूद ऊर्जा विभाग और बिजली कंपनियों के तबादलों की सूची जारी होती रही। विद्युत वितरण निगम से लेकर प्रसारण निगम तक में संशोधन किए गए। चर्चा है कि कई विधायक, मंत्री और उच्च स्तर पर सूची में ‘अपनों’ के नाम नहीं होने पर नाराजगी जताई। इसके बाद संशोधन किया गया।
बीकानेर CMHO का वीडियो वायरल
जयपुर में तो एक सीट पर पहले अन्य इंजीनियर को लगाया, लेकिन आधे घंटे बाद ही उसे हटाकर दूसरे इंजीनियर का नाम जोड़ दिया गया। वहीं, मनचाहा ट्रांसफर मिलने पर बीकानेर के सीएमएचओ ने मां भारती से लेकर केंद्रीय मंत्री, राज्य मंत्री, सांसद, विधायक, जिलाध्यक्ष तक का शुक्रिया जताया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जबरदस्त वायरल हो रहा है। बता दें कि भजनलाल सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को राहत देते हुए 1 जनवरी से 10 जनवरी के बीच ट्रांसफर की अवधि रखी थी। हालांकि इस अवधि को सरकार ने बढ़ाकर 15 जनवरी तक कर दिया था। जबकि सरकार ने शिक्षकों के ट्रांसफर से रोक नहीं हटाई।